मुकेश कुमार (लखनऊ) :: राजधानी लखनऊ के बंथरा थाना क्षेत्र अंतर्गत सरैया गाँव में मामूली विवाद को लेकर जमकर हुई मारपीट जिसमें एक महिला गम्भीर से घायल हो गई और वह ट्रामा सेंटर में जिंदगी मौत के बीच लड़ रही है वही स्थानीय पुलिस की मेहरबानी के चलते हमलावर खुलेआम घूम रहे हैं। यह पूरा मामला है चार अगस्त दोपहर दो बजे का जहां सार्वजनिक रास्ते की ओर दरवाजा खोलने को लेकर विवाद काफी दिनों से चल रहा था। इसी क्रम में चार अगस्त को सुवह से ही विपक्षी पार्टी गाली गलौज कर रही थी। पीड़ित पक्ष ने 100 नंबर डायल कर पुलिस से शिकायत की थी। और पुलिस के जाते ही दोपहर दो बजे विपक्षियों ने पीड़ित के घर धावा बोल दिया और पीड़िता ने जानकारी देते हुए बताया की विपक्षी- अजीत यादव , बाबू यादव,व हिमांशू यादव, विनोद यादव व महिलाओं ने धावा बोल कर घर में घुस कर लाठी डण्डों से जमकर पिटाई की और पीड़िता ने यह भी बताया की मेरे परिवार के कई लोग गंभीर रूप से घायल हैं
- पल्स पोलियो अभियान 21 तक, एक भी बच्चा छूटे नहीं – सिविल सर्जन दरभंगा
- दरभंगा AIIMS भूमि अधिग्रहण मामले में नहीं दिया नोटिस, मुआवजा भी नहीं मिला
- शोभन बाईपास में एम्स निर्माण सीएम नीतीश की दुरगामी सोच – राजेश्वर राणा
- इंस्पिरेशन इम्पैक्ट अवार्ड से सम्मानित हुए एसआई अनूप मिश्रा अपूर्व
- राजेश्वर राणा ने घायल बाज का किया रेस्क्यू, प्राथमिक उपचार के बाद वन विभाग को सौंपा
जिसमें रेनू यादव, किशन कुमार, प्रीती यादव गम्भीर रुप से घायल हो गये और घायलों को 108 नं० एम्बूलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सरोजनी नगर लाया गया। और और वहां पर मौजूद डॉक्टरों ने कहा की पहले रिपोर्ट दर्ज कराएं उसके बाद इलाज किया जाएगा और घायलो के परिजन बंथरा थाने रिपोर्ट दर्ज कराने पुहॅचे तो पुलिस द्वारा अभ्रद्र व्यवहार किया गया। उधर घायलों की विगड़ती हालत देख डाक्टरों द्वारा घायलों को रात में ट्रामा सेंटर भेजा दिया गया। पुलिस ने अभी तक मेडिकल नहीं कराया। 2 बजे दिन की घटना है। पुलिस उल्टे पीड़ित पक्ष को धमकाती रही है। मामला सी० ओ० कृष्णानगर के संज्ञान में आने के बाद मामले का मारपीट की धाराओं में देर शाम मुकदमा दर्ज किया गया। पीड़िता ने पूर्व में उच्चाधिकारियों से विवाद की शिकायत की थी। पुलिस ध्यान देती तो आज यह घटना नहीं होती। ट्रामा सेंटर में पूरी रात इलाज व जाँच के बाद घायलों को आज अपराहन डिस्चार्ज कर दिया गया। और घायलों में रेनू यादव आब होश में है किन्तु बोलने में अभी असमर्थ हैं। जिसके चलते पीड़ित पक्ष ने एहतियात के लिए रेनू यादव को लोकबन्धु में भर्ती कराया है। वहीं विपक्षी खुलेआम घूम रहे हैं। स्थानीय पुलिस आरोपियों को दे रही है संरक्षण
(फेसबुक पर Swarnim Times स्वर्णिम टाईम्स लिख कर आप हमारे फेसबुक पेज को सर्च कर लाइक कर सकते हैं। TWITER पर फाॅलों करें। वीडियो के लिए YOUTUBE चैनल को SUBSCRIBE करें)