राज प्रताप सिंह
लखनऊ ब्यूरो।उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के बयान पर जबरदस्त पलटवार किया। उन्होंने कहा कि तुष्टीकरण के लिए भगवा को बदनाम किया जा रहा है। प्रियंका गांधी सपा-बसपा से आगे निकलने की जल्दी में हैं।
सोमवार को लोक भवन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए डॉ. शर्मा ने कहा कि कांग्रेस महासचिव ने मुख्यमंत्री के भगवा वस्त्र को आरोपित किया है। यह धर्मों की लड़ाई शुरू कराने का कुत्सित प्रयास है। भगवाधारी मुख्यमंत्री ने ही अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद किसी भी तरह के जुलूस या प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगाया था।
वह नीति का पालन करते हैं। भगवा वस्त्र धारण करके वह जिस हिन्दू धर्म का प्रतिनिधित्व करते हैं, वह पूरे विश्व के कल्याण की कामना करता है।
डॉ. शर्मा ने कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर प्रदेश सरकार को कोई एतराज नहीं हैं, लेकिन इसकी आड़ में हिंसा व आगजनी की छूट नहीं दी जा सकती। कांग्रेस हिंसा व आगजनी करने वालों के पक्ष में खड़ी हो गई है। खुद प्रियंका गांधी ने सीआरपीएफ के सुरक्षा कवच तोड़ा और महिला पुलिस अधिकारी को धक्का देते हुए आगे बढ़ गईं। इतना नहीं उन्होंने ड्राइविंग लाइसेंस व हेलमेट की परवाह किए बिना स्कूटी पर बैठकर चली गईं। जानबूझकर कानून तोड़ना और फिर जुर्माना भरने की बात करना कहां तक उचित है? उन्होंने कहा कि प्रदर्शन करने वालों ने तमंचे से पुलिस पर गोलियां दागीं। बिजनौर में एक सिपाही अभी भी अस्पताल में भर्ती है। हिंसा करने वालों को कतई बख्शा नहीं जा सकता।
बदला लेने के मुख्यमंत्री के कथित बयान पर डॉ. शर्मा ने कहा कि संपत्तियों को क्षति पहुंचाने वालों से वसूली की कार्रवाई कोर्ट के आदेश पर हो रही है। मुख्यमंत्री ने संपत्तियों के नुकसान की भरपाई की ही बात कही है। सत्ता में आने पर दंगों की जांच कराने के सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के ऐलान पर उन्होंने व्यंगात्मक लहजे में कहा-‘न नौ मन तेल होगा न राधा नाचेगी। जल्दबाजी में कार्रवाई किए जाने के विपक्ष के आरोपों पर उन्होंने कहा कि जल्दबाजी का प्रश्न तब उठता है जब सुबूत न हों। जब पुलिस के पास सुबूत हैं तो उसे कार्रवाई से नहीं रोका जा सकता।