दरभंगा : जिला अतिथि गृह के सभागार में मंत्री कृषि, पशुपालन एवं मत्स्य संसाधन विभाग, बिहार सरकार द्वारा विभागीय समीक्षा की गई। जिला कृषि पदाधिकारी दरभंगा द्वारा बताया गया कि इस जिला में 1,47,492 हे0 खेती योग्य भूमि है जिसमें 99,137 हे0 में धान की अच्छी फसल लगी थी जिसमें 83, 564 हेक्टेयर भूमि बाढ़ या अतिवृष्टि के कारण जलप्लावित है।
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मंत्री के द्वारा निर्देश दिया गया कि बाढ़ का पानी हटने के बाद 01-01 प्लॉट का सर्वे करावें एवं सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी प्रभावित किसान छूटे नहीं। किसान अभी कोरोना तथा बाढ़ दोनों का सामना कर रहे हैं। संयुक्त निदेशक इसका प्रभावी रूप से मूल्यांकन करते रहेंगे। सहायक निदेशक, पौधा संरक्षण को निर्देश दिया गया कि अभी आम के पेड़ में जाली लगने की शिकायत मिल रही है, इसलिए ग्रुप बनाकर इसका सर्वेक्षण करें तथा किसानों को भरपूर सहायता दें।
जिला पशुपालन पदाधिकारी,दरभंगा द्वारा बताया गया कि अभी 08 जगहों पर पशु आश्रय स्थल चल रहा है। जिनमें केवटी, हनुमाननगर, हायाघाट, दरभंगा सदर, किरतपुर, सिंहवाड़ा, कुशेश्वरस्थान एवं बहादुरपुर अंचल शामिल हैं, इस आश्रय स्थलों पर 400 क्विंटल से अधिक पशुचारा का वितरण करवाया जा चुका है। अभी तक 8 पशुओं के मरने की सूचना है, जिनमें से चार के लिए भुगतान किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि जिले में पर्याप्त मात्रा में पशु-दवा उपलब्ध है।
- मंत्री, कृषि,पशुपालन एवं मत्स्य ने की समीक्षा
- फसल क्षति का आकलन करने को दिए निदेश
- आम का अंतरराष्ट्रीय विपणन हो सके- करें प्रेरित
मंत्री प्रेम कुमार द्वारा निर्देश दिया गया कि अभी सभी कर्मी को पशु आश्रय स्थल एवं प्रखंड में सतत भ्रमणशील रखें, जिससे किसानों को कोई परेशानी न हो।
जिला मत्स्य पदाधिकारी,दरभंगा द्वारा बताया गया कि 76 हेक्टेयर में 178 तालाब की मछली बाढ़ के पानी से प्रभावित हुई है। मंत्री द्वारा उन्हें निर्देश दिया गया कि विभागीय एस.ओ.पी के तहत आकलन सुनिश्चित करें तथा विभाग को भेजें, ताकि मछुआरा भाई को इस त्रासदी में लाभ मिल सके।
मंत्री ने जिला उद्यान पदाधिकारी को निर्देश दिए कि दरभंगा जिला माछ, मखान, पान के लिए प्रसिद्ध है,यहाँ के आम की मांग पूरे बिहार तथा राज्य के बाहर भी है। अतः आप इससे संबंधित एफ.पी.ओ. बनाएं जिससे किसान अपने उत्पादन को बेच सके, उन्हें प्रेरित करें ताकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसका विपणन हो सके। मंत्री केवटी में पशुपालन आश्रय स्थलों का निरीक्षण किए एवं राहत सामग्री की समीक्षा किए तथा आवश्यक निर्देश दिए।
बैठक में विधायक जाले जीवेश कुमार मिश्रा, विधान पार्षद अर्जुन सहनी, भाजपा नेत्री महिला मोर्चा अध्यक्ष मुजफ्फरपुर श्रीमती सुनीग सहनी, जिला कृषि पदाधिकारी राधा रमन, संयुक्त निदेशक (शष्य), संयुक्त निदेशक (पशुपालन), परियोजना निदेशक (आत्मा), जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला मत्स्य पदाधिकारी, सहायक निदेशक (पौधा संरक्षण), सहायक निदेशक (उद्यान), सहायक निदेशक (रसायन)उपस्थित थे।