डेस्क। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित संकल्प कक्ष में राज्य की विधि-व्यवस्था पर उच्चस्तरीय बैठक की। इस मौके पर उन्होंने काफी तल्ख अंदाज में कहा कि लापरवाह पुलिसकर्मी बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। उन पर सख्त कार्रवाई होगी।
मुख्यमंत्री का इस बात पर जोर रहा कि पुलिस पेट्रोलिंग की व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ किया जाए। इसकी निरंतर निगरानी की बात उन्होंने कही। मुख्यमंत्री ने यह निर्देश दिया कि रात्रि एवं पैदल पेट्रोलिंग को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए वरीय अधिकारी क्षेत्र में जाकर रात में स्वयं औचक निरीक्षण करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी के क्रियान्वयन पर विशेष नजर रखी जाए। गड़ब़ड़ी करने वालों को चिन्हित कर कार्रवाई करें। इसमें जो पदाधिकारी शामिल हैं उनकी पहचान भी करें और उन पर कठोर कार्रवाई की जाए। अवैध खनन रोकने को लेकर भी सख्ती हो।
सांप्रदायिक सद्भाव बरकरार रहे इस दिशा में पुलिसकर्मियों के काम की मुख्यमंत्री ने तारीफ भी की। उन्होंने पुलिस ने इस दिशा मेें अच्छा काम किया है। मुख्यमंत्री ने यह निर्देश दिया कि प्रशासन और पुलिस पूरी मुस्तैदी के साथ असमाजिक तत्वों पर नजर बनाए रखे।
मु्ख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पुलिस थाने में आने वाले लोगाें के साथ अच्छा व्यवहार करें। यह सुनिश्चित किया जाए कि उनकी बातें सुनी जा रहीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विधि-व्यवस्था सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।अपराध नियंत्रण में किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरती जाए। पेट्रोलिंग में लापरवाही नहीं करें।
मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक में शामिल रहे पुलिस के आला अधिकारियों को कहा कि अपराध अनुसंधान कार्य में तेजी लाएं। यह काम ससमय होना चाहिए ताकि दोषियों पर जल्द कार्रवाई हो सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 60 फीसद हत्याएं भूमि विवाद की वजह से होती है। यह अब घट रहा है। यह अनुपात 48: 69 हो गया है।उन्होंने कहा कि् जमीन का सर्वे व सेटेलमेंट का काम तेजी से पूरा किया जाए। इससे जमीन विवाद की वजह से होने वाले अपराध में तेजी से कमी आएगी।