दरभंगा : माँ श्यामा मंदिर न्यास समिति दरभंगा द्वारा बहुचर्चित श्यामा मंदिर में वार्षिक श्यामा नामधुन संकीर्तन की शुरूआत सहायक पुजारी शरदचंद्र झा के मंच पूजन के साथ हो गया। पारस पंकज झा व डॉ.ममता ठाकुर के गायन के साथ ही नामधुन भी प्रारंभ हो गया। प्रधान यजमान कैलाश बैरोलिया यज्ञ का वरण कर रहे हैं। वहीं संकीर्तन की अवधि में निरंतर दुर्गा सप्तशती पाठ, नवार्ण जप व हवन भी शुरू हो गया। आज से शुरू संकीर्तन 28 नवंबर तक चलेगा। वहीं प्रमंडलीय आयुक्त के आदेश के आलोक में आयोजन के दौरान आठ सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जा रही है। मुख्य मंदिर में प्रवेश के लिए महिला व पुरुषों के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गई है। महिलाएं मंदिर के अंदर उत्तर-पूर्व की ओर निर्मित नवीन गेट से प्रवेश कर रही हैं जबकि पुरुष पूरब की ओर से सीढ़ी के उत्तरी भाग में प्रवेश कर दर्शन करते हुए मंदिर के उत्तर से होते हुए उत्तरी सीढ़ी के पूर्वी भाग में उतर रहे हैं।
वहीं परिसर में प्रवेश के लिए मंदिर का पश्चिमी द्वार व निकासी के लिए कटहलबाड़ी की ओर अन्नपूर्णा मंदिर का द्वार चालू है। नौ दिनों तक मुख्य मंदिर में परिक्रमा, दीप प्रज्वलन व अगरबत्ती जलाना वर्जित रहेगा। नवाह यज्ञ के संचालन के लिए 21 सदस्यीय संचालन समिति बनाई गई है। नवाह यज्ञ के पहले दिन निगम पार्षद मधुबाला सिन्हा के नेतृत्व में कलशयात्रा निकाली गई, जिसमें 1008 कन्याएं भाग लीं।
इस पावन अवसर पर प्रमंडलीय आयुक्त आरके खंडेलवाल, कमलाकांत झा,लनामिविवि के कुलपति डॉ.साकेत कुशवाहा, कासिंद संस्कृत विवि के कुलपति डॉ.नीलिमा सिन्हा, जिलाधिकारी डॉ.चंद्रशेखर सिंह समेत कई लोग उपस्थित हैं।