लखनऊ ब्यूरो ( राज प्रताप सिंह ) : बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि भाजपा सत्ता के नशे में चूर होकर कांग्रेस की तरह तानाशाह न बने वरना भाजपा को सत्ता में आने के लिए कांग्रेस की तरह धरना-प्रदर्शन का सहारा लेना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) में मुस्लिम समाज की पूरे तौर पर उपेक्षा की गई है।
मायावती ने मंगलवार को बातचीत में कहा कि भाजपा की हालत अगले लोकसभा चुनाव में 1977 की तरह कांग्रेस पार्टी जैसी न हो जाए। कांग्रेसी हकूमत की तरह भाजपा को एमरजेंसी जैसे हालत पैदा नहीं करने चाहिए। कांग्रेस ने तानाशाही रवैया अपनाते हुए हर धर्म, जाति व वर्ग के लोगों को प्रताड़ित करके उन्हें जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया था। मौजूदा भाजपा सरकार का रवैया भी काफी कुछ ऐसा ही लग रहा है।
उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन बिल पास होने के बाद इसके विरोध में पूरे देशभर में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। ऐसा तभी होता है जब सरकार अपने स्वार्थ में संविधान को ताक पर रखकर किसी एक समुदाय व धर्म के लोगों की उपेक्षा करती है। इस कानून में मुस्लिम समाज की पूरे तौर से उपेक्षा की गई है। इस कदम से ऐसा लगता है कि पाकिस्तान में हिंदुओं के साथ की गई जुल्म-ज्यादती का बदला केंद्र सरकार देश के मुसलमानों से लेना चाहती है।
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उन्होंने कहा कि आजाद भारत देश के मुसलमानों ने पाकिस्तान के मुसलमानों की तरह हिंदुओं का कोई शोषण नहीं किया है। यहां दोनों धर्मों के लोग आपस में मिलकर रहते हैं। इसलिए यह बदला देश के मुसलमानों से नहीं, बल्कि पाकिस्तान के मुसलमानों से ही चाहिए। बसपा इस मामले में फिर भाजपा का पूरा साथ देगी। वह केंद्र सरकार से मांग करती हैं कि इस विभाजनकारी व असंवैधानिक नागरिकता संशोधन कानून को वापस लिया जाए।Attachments area