राज प्रताप सिंह, लखनऊ ब्यूरो। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को अचानक जौनपुर पहुंचे और बारिश से हुए फसलों के नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने आपदा के दौरान मारे गये तीन लोगों के परिजनों को चार चार लाख रुपये का चेक प्रदान किया। इसके अलावा 51 किसानों का राहत चेक दिया। संक्षिप्त सूचना पर मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर जिला प्रशासन हलकान रहा। आनन फानन में सुरक्षा के प्रबंध किये गये।
मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ का हेलीकाप्टर शनिवार को अपरान्ह सवा दो बजे पूर्वांचल विश्वविद्यालय के एकलव्य स्टेडियम में उतरा। मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे पीयू के शिक्षक नेताओं और सुरक्षा व्यवस्था में लगे पुलिस अधिकारियों की जोरदार झड़प हो गयी। जिलाधिकारी ने हस्तक्षेप करते हुए मामले को सम्भाला लेकिन अधिकांश शिक्षके वापस लौट गये।
दरअसल मुख्यमंत्री के जौनपुर अचानक आने की सूचना शनिवार को पूर्वान्ह 9 बजे जिलाधिकारी के पास पहुंची। उस वक्त मुख्यमंत्री वाराणसी में थे। पूर्वान्ह 10 बजे आनन फानन में अधिकारी तैयारियों में जुट गये। सुरक्षा के तौर पर निर्धारित हो गया कि मुख्यमंत्री का हेलीकाप्टर पूर्वांचल विश्वविद्याल के एकलव्य स्टेडियम में उतरेगा। इसलिए वहां सुरक्षा के व्यापक प्रबंध कर दिये गये।
विश्वविद्यालय परिसर में आने के कारण कुलपति प्रो राजाराम यादव, कुलसचिव सुजीत कुमार जायसवाल औपचारिकता निभाते हुए हेलीपैड स्थल पहुंचे। उनके साथ पूर्वांचल शिक्षक संघ के पूर्व अध्यक्ष डा. राजीव सिंह, डा. समर बहादुर सिंह, वर्तमान शिक्षक अध्यक्ष डा विजय कुमार सिंह, शिक्षकनेता डा. विजय तिवारी, डा. मनोज मिश्र डा दिग्विजय राठोर, राकेश यादव अन्य पहुंच गये।
मुख्यमंत्री के हेलीकाप्टर उतरने से पहले एक भाजपा नेता के कहने पर सुरक्षाकर्मियों ने सभी शिक्षकों को रोक दिया जिसपर काफी देर तक झड़प हुई। पूर्व विधायक सुरेन्द्र प्रताप ने सुरक्षाकर्मियों सभी शिक्षकों के बारे में अवगत कराते हुए बताया तो उनसे भी पुलिसकर्मी उलझ गये। मामले की गम्भीरता देखते हुए हेलीपैड पर मौजूद जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने हस्तक्षेप किया। उन्होंने डा. राजीव प्रकाश सिंह व अध्यक्ष विजय कुमार सिंह को मुख्यमंत्री से मिलने दिया। अन्य शिक्षक लौट गये। मुख्यमंत्री का काफिला सीधे कार्यक्रम स्थल करंजाकला ब्लाक पहुंच गया।