श्रवण राज : भारत मे कोरोना महामारी का प्रकोप बढ़ते ही जा रहा है। ऐसे में फतुहा के कई इलाकों के मार्केट में जैसे देवीचक,स्टेशन रोड, गोविन्दपुर, बाकीपुर , अन्य भी कई जगहों पर कोरोना काल मे भी बिना सरकारी आदेश के चल रहे कोचिंग संस्थान। डीएम के आदेश के बाद सभी कोचिंग संस्थान भी बंद हो गए हैं।
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आदेश पत्र में जारी हुआ था कि बच्चों को ऑनलाइन क्लास कराई जाए। कई संस्थान इसका पालन भी कर रही है वह वाकई काबिले तारीफ है। लेकिन कुछ कोचिंग संस्थान कोरोना वायरस को हल्के में ले रहे हैं। उनको तनिक भी अंदाजा नहीं है कि यह वायरस कितनी तेजी से फैल रही है। बड़ा सवाल कि अगर बच्चों में संक्रमण फैलता है तो इसका जिम्मेदार किसे ठहराया जाएगा…संस्था संचालक को, प्रशासन को, गार्जियन या बच्चों को..??
बच्चों को चालाकी का पाठ भी पढ़ा रहे शिक्षक! जो बच्चे कुछ दूरी से साइकिल की सवारी तय कर पढ़ने आ रहे हैं उन्हें बता दिया गया है कि साइकिल को दूर लगा कर आना। ऐसे में पता नही चलेगा कि बच्चा पढ़ाई करने कोचिंग में जा रहा है।ये सब एक बच्चा से पूछने पर पता चला। जो सच्चाई रहती है बच्चे बता ही देते हैं।
वहीं सरकारी आदेश के अनुसार कोई भी इस कोरोना काल में बिना सरकारी आदेश को संस्थान खुले दिखाई दे तो उसपर सख्त से सख्त करवाई हो सकती है!
अभी देश मे कुल 286579 कोरोना केस कनफर्म्ड है। बिहार राज्य में 5948 केस कन्फर्म्ड है।पटना में200पार है। काफी तेजी से कोरोना संक्रमित मरीजो की संख्या बढ़ रही है। सरकार द्वारा पुनः लॉकडाउन लगाने की तैयारी हो रही है।