पटना (संजय कुमार मुनचुन) : इमरजेंसी एंड ट्रामा सेंटर मे तैनात सभी चिकित्सको को प्वाइंट आॅफ दी केयर अल्ट्रासाउंड पर आधारित दो दिवसीय कार्यशाला का समापन समारोह में पटना एम्स के निदेशक डा. प्रभात कुमार सिंह ने कहा कि एम्स दिल्ली के विशेषज्ञों ने गंभीर रूप से बीमार रोगियों के जीवन को बचाने के लिए अल्ट्रासाउंड के सरल और सुरक्षित उपयोग के लिए दर्शकों को प्रबुद्ध किया। इस कार्यशाल से डाक्टरों और मेडिकल छात्रों को लाभ मिलेगा।
एम्स पटना के एनेस्थिसि विभागाघ्यक्ष डा उमेश कुमार भदानी ने कहा कि अल्ट्रासाउंड के माध्यम से शरीर का किसी भी अंग का घ्वनि से पता चल जायेगा कि और उस अंग का इलाज आसान होजायेगा। । ओटी हो या आपातकाल मेंयह पद्वित बहुत ही लाभ दायक है। डा भदानी ने कहा कि ध्वनि से केयर अल्ट्रासाउंड के पद्वित से ब्लड वेसल , नसों का सुन होना कोदेखा जासकता है। इस पद्वित से सौ प्रतिशत सफलता मिलेगी और जांच पूरी तरह से स्टीक होाग। कार्यक्रम के सचिव डॉ.अजीत कुमार ने विशेष रूप से आघात, आपातकालीन और आईसीयू में भर्ती मरीजों के प्रबंधन में देखभाल अल्ट्रासाउंड के बिंदु और इसकी उपयोगी भूमिका के महत्व को कहा। मरीजों और डाक्टरों कोभी आसन होहोगा। कार्यशाला में बिहार के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों और संस्थानों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
इस मौके पर , डॉ. चंादनी, डॉ.रजनीश, डॉ.निशांत, डॉ. शगुफता , डॉ.पूनम, डॉ अभिजीत ,डॉ नीरज डॉ.बिंदे, डॉ.प्रेम और डॉ.वीना ने प्वाइंट ऑफ केयर अल्ट्रासाउंड पर अपने उपयोगी विचार साझा किए।