– 50वें दिन सक्रिय मरीजों से ज्यादा हो चुके हैं डिस्चार्ज
राज प्रताप सिंह (लखनऊ ब्यूरो) :: लॉकडाउन शुरू होने पर प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या केवल 25 थी और लॉकडाउन के 50 दिन पूरे होते ही यह संख्या बढ़कर 3614 तक पहुंच गई है।
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इस तरह कोरोना वायरस मरीजों की मृत्यु होने का सिलसिला एक अप्रैल से शुरू हुआ। अब यही आंकड़ा 81 तक पहुंच गया है। लाकडाउन के 16वें दिन आठ मई को एक दिन में ही सबसे ज्यादा 10 करोना वायरस से संक्रमित मरीजों की मौत हो गई।प्रदेश की मृत्यु दर सबसे कम हालांकि, राहत तो यह बात रही कि मृत्यु दर अन्य राज्यों में काफी कम रही। जहां एक तरफ कोरोना पॉजिटिव मामलों की तुलना में पश्चिम बंगाल, दिल्ली और महाराष्ट्र, में मृत्यु दर 6 से लेकर 10 फीसदी रही, वहीं यूपी में केवल 2 फीसदी लोगों की मृत्यु हुई। कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की तादाद के हिसाब से आठ बड़े राज्यों की तुलना में यूपी मृत्यु दर के मामले में अव्वल रहा। दूसरे दिन से आगरा व नोएडा में हुई शुरुआतकोरोना वायरस मरीजों की यकायक बढ़ने की शुरूआत 25 मार्च को आगरा और नोएडा से हुई। आगरा में विदेश से लौटे जूता कारोबारी ने अपने परिजनों को ही नहीं बल्कि, अपनी फैक्टरी के कर्मियों को भी संक्रमित किया। उसी दौरान नोएडा में भी निजी कंपनी में इंग्लैण्ड से आए ऑडिटर ने कंपनी के कर्मियों और कर्मियों के संपर्क में आने वाले परिजनों को संक्रमित किया। उस दौरान आगरा और नोएडा में कोरोना पॉजिटिव मामले एक दर्जन तक बढ़ने लगे। आगरा में एक डॉक्टर ने विदेश से आए कोरोना संक्रमित अपने पुत्र को भी अस्पताल में अस्पताल दाखिल किया तो अस्पताल के मरीज भी संक्रमित हुए।
पांच अप्रैल से तबलीगी जमात के लोग संक्रमित पाए जाने से कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों का आंकड़ा तेजी से बढ़ने लगा। 50वें दिन तक तबलीगी जमात से जुड़े संक्रमित लोगों की संख्या 1184 तक पहुंच गई।मौजूदा समय में सबसे ज्यादा आगरा में 770, कानपुर में 302, मेरठ में 255 और लखनऊ में 248 पॉजिटिव केस हैं। यहां पॉजिटिव केसों का बढ़ने का सिलसिला तेजी से जारी है।
राहत की बात यह भी है कि डिस्चार्ज होने वाले मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। 5 मई को जितने संक्रमित केस 118 थे, उससे ज्यादा 185 डिस्चार्ज हुए। ये आंकड़ा बढ़ते हुए इस स्थिति में पहुंच गया कि स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद ने मंगलवार को कहा कि पहली बार ऐसा हुआ कि एक्टिव केस 1735 रह गए हैं तो ठीक होकर घर लौटने वालों की संख्या इससे ज्यादा 1758 है।