मुख्यमंत्री ने कोरोना की लड़ाई में पत्रकारों से मांगा सुझाव और सहयोग
राज प्रताप सिंह, लखनऊ ब्यूरो।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रदेश में लाकडाउन खोलने पर फैसला केंद्र से राय-मशविरा लेने के बाद ही किया जाएगा। इसके लिए प्रदेश के हालात को भी मद्देनज़र रखना बहुत जरूरी है। तबलीगी जमात के लोगों के चलते संक्रमण प्रदेश में ज्यादा फैला है। अन्यथा हम काफी हद तक कोरोना से लड़ने में सफल होने की कोशिश में लगे थे।
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मुख्यमंत्री मगंलवार की शाम प्रदेश भर के पत्रकारों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मुखाबित हुए। उन्होंने कहा कि तबलीगी जमात के लोगों को खुद आगे आकर अपनी पहचान करवानी चाहिए। उनका उपचार किया जाएगा। अन्यथा यह बीमारी अन्य लोगों में फैलने का भय बना रहगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अब तक तबलीगी जमात से जुड़े 168 लोगों में कोरोना का संक्रमण पाया गया है। यह संक्रमण की बीमारी है, जो पथ, मत, संप्रदाय, धर्म और मजहब नहीं देखती है। इसके लिए जरूरी है कि हम सभी बिना किसी भेदभाव के एक साथ इसका मुकाबला करें।
फीस को लेकर न करें परेशानउन्होंने कहा कि कोविड केयर फंड का प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूत करने में इस्तेमाल किया जाएगा। उन्होंने पत्रकारों से सुझाव पर निजी स्कूल संचालकों से अपील की कि वे फीस के लिए परेशान न करें। साथ ही लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने की भी अपील की। उन्होंने कोरोना की लड़ाई में आम लोगों की सहभागिता के अलावा पुलिस व प्रशासन की भी सराहना की। वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान पत्रकारों ने लॉकडाउन खुलने की समय सीमा,कम्यूनिटी किचन, सर्विलांस बढ़ाने, जनसहभागिता आदि से संबंधित सुझाव दिए। जिस पर सीएम योगी ने गंभीरता पूर्वक विचार करने की बात कही।