रांची (रांची ब्यूरो) : डीजी होमगार्ड राजीव कुमार ने कहा है कि वह अपने 35 वर्षों के सेवाकाल से सन्तुष्ट हैं। उन्होंने बतौर डीजीपी के रूप में पुलिसकर्मियों के कल्याण के लिए कई कार्य किये। झारखंड के कई जिलों में पुलिस के लिए कैंटीन खुलवाये। लेकिन खेद की बात है कि अधिकांश कैंटीन बंद हो गए। नक्सलियों के आत्मसमर्पण के ऊपर एक डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म प्रत्यर्पण बनायीं लेकिन अफ़सोस की बात है कि फ़िल्म रिलीज नहीं हो सका। उन्होंने आग्रह किया है कि राज्यहित में फ़िल्म रिलीज किया जाये। डीजी राजीव कुमार 30 जुलाई को जैप 1 परिसर में आयोजित सम्मान समारोह में बोल रहे थे। एडीजी बीबी प्रधान ने प्रतीक चिन्ह प्रदान कर डीजी को सम्मानित किया। समारोह में एडीजी एसएन प्रधान, एडीजी रेजी डुंगडुंग,एडीजी अनिल पालट,आईजी एमएस भाटिया,आईजी आरके मल्लिक समेत कई पुलिस अधिकारी मौजूद थे।
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