सौरभ शेखर श्रीवास्तव की ब्यूरो रिपोर्ट : दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के विभिन्न वार्डों, रजिस्ट्रेशन काउंटर सहित दवा भंडार में वर्षों से कार्यरत आउटसोर्सिंग एजेंसी एवं नियोक्ता आर जी सॉफ्टवेयर एंड सिस्टम, पटना द्वारा अपने कार्य को संपादित करने वाले डाटा इंट्री कर्मचारियों को विगत 4 महीने से वेतन का भुगतान नहीं होने से अत्यंत ही दयनीय स्थिति हो गई है!
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अस्पताल के विभिन्न वार्डों में कार्यरत कर्मचारी अपने नियोक्ता से वेतन की मांग करते – करते थक गए हैं अंततः उन्हें अपने वेतन के बकाए भुगतान के लिए बिहार सरकार के श्रम संसाधन विभाग के अंतर्गत उप श्रम आयुक्त दरभंगा के सहायक श्रम आयुक्त के न्यायालय का शरण लेना पड़ रहा है!
डीएमसीएच परिसर के गायनी वार्ड में डीएमसीएच डाटा एंट्री कर्मचारी यूनियन की बैठक मोहम्मद रियाज एवं चंदन किशोर के संयुक्त अध्यक्षता में हुई ! उपस्थित डाटा एंट्री कर्मचारियों को संबोधित करते हुए केंद्रीय श्रमिक संगठन सीआईटी यू (सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन) के बिहार राज्य कमेटी सदस्य सत्य प्रकाश चौधरी ने कहा कि डाटा इंट्री कर्मचारियों को बिना वेतन काम लिया जा रहा है एवं बतौर मुख्य नियोक्ता डीएमसीएच अस्पताल प्रशासन मूक दर्शक बना बैठा है यह अस्पताल प्रशासन की संवेदनहीनता को उजागर करता है! उन्होंने कहा कि वर्षों से कार्यरत कर्मियों का उनका अति कुशल कामगार के तौर पर बिहार सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम मजदूरी एवं उनके सामाजिक सुरक्षा से जुड़े इपीएफ ,ईएसआई ,ग्रेच्युटी, साप्ताहिक अवकाश ,महिला कामगारों को 2 दिनों का विशेष अवकाश एवं ओवरटाइम के लिए किए गए काम के बदले डबल ऑफ द वेजेज जैसे तमाम सुविधाओं एवं उनके अधिकारों से वंचित रखा जा रहा है ! अस्पताल प्रशासन जो मुख्य नियोक्ता भी है उन्हें सिर्फ काम लेने में दिलचस्पी रहती है एवं आउटसोर्सिंग एजेंसी एवं नियोक्ता आर जी सॉफ्टवेयर एंड सिस्टम पटना का समय पर भुगतान सुनिश्चित करने की तत्परता दिखती है , उन्हें डाटा एंट्री कर्मचारियों की तकलीफों एवं उनके समय पर वेतन भुगतान नहीं होना डीएमसीएच अस्पताल प्रशासन की मजदूर एवं कर्मचारी विरोधी मानसिकता को उजागर करता है! डीएमसीएच के श्रमिक नेता दिनेश झा ने कहा कि अस्पताल प्रशासन की गैर जिम्मेवार पूर्ण रवैया के कारण आउटसोर्सिंग एजेंसी यों का मनोबल बढ़ा हुआ है एवं कार्यरत कर्मचारियों को उनके अधिकारों से वंचित रखा जा रहा है !
डीवाईएफआई के जिला संयोजक गोपाल ठाकुर ने डाटा इंट्री कर्मचारियों से अपने अधिकारों के लिए एकजुट होकर संघर्ष करने का आह्वान किया! उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रशासन अभिलंब कर्मचारियों के वेतन का भुगतान सुनिश्चित कर कर्मचारी विरोधी मानसिकता वाले एजेंसी को काली सूची में डालकर प्रतिबंधित करें नहीं तो आने वाले दिनों में डीएमसीएच में बड़ा आंदोलन करने के लिए बाध्य होना होगा एवं उसकी जवाबदेही अस्पताल प्रशासन एवं मुख्य नियोक्ता अस्पताल अधीक्षक पर होगी ! इस अवसर पर 50 से भी अधिक संख्या में डाटा एंट्री कर्मचारी उपस्थित थे!