दरभंगा : लहेरियासराय थाना क्षेत्र स्थित बाकरगंज जामा मस्जिद के सचिव और व्यवस्थापक पर शुक्रवार को प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। इसमें तब्लीगी जमात के मरकज को ठहराने और इसकी सूचना प्रशासन को नहीं देने का आरोप लगाया गया है।
- अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में राजेंद्र कर्ण मनोनीत
- एडीएम नीरज दास की अध्यक्षता में जिला स्थापना दिवस को लेकर बैठक
- जेडीयू नेता राजेश्वर राणा ने तेजस्वी यादव की घोषणा पर बोला हमला
- 2025 में जनगणना, बिहार में तैयारी शुरू
- अपने घरों तक रास्ता से वंचित परिवारों से मिले जेडीयू नेता राजेश्वर राणा, भगता बांध पर सड़क निर्माण का दिए आश्वासन
थानाध्यक्ष एचएन सिंह के बयान पर दर्ज की गई प्राथमिकी में मस्जिद के सचिव डॉ. सालीन और व्यवस्थापक मो. जैफी पर दस विदेशी लोगों सहित दो गाइड को ठहराने का आरोप लगाया गया है। सभी लोग 27 फरवरी से 20 मार्च तक यहां ठहरे थे। इस मामले की जांच में सीआइडी, एसआइटी और एटीएस की टीम जांच में जुटे थे। इस दौरान पता चला कि सभी लोगों को मस्जिद में ठहराया गया था।
इधर, एसएसपी बाबू राम ने बताया कि सूचना नहीं दिए जाने के कारण लहेरियासराय थाना में कोरोना एक्ट धारा 54 के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। हालांकि, 23 दिनों के अंदर सभी विदेशी लोग कहां-कहां ठहरे थे और किनके-किनके संपर्क में थे, यह पता लगाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सभी विदेशी लोगों की पहचान कर ली गई है। सभी का वीजा रद्द हो, इसकी अनुशंसा की जाएगी।
साथ ही उन्होंने सभी थानाध्यक्षों को अपने-अपने क्षेत्रों में सर्वे करने को कहा है। अगर कहीं से भी विदेशी लोगों के ठहरने की जानकारी मिले तो उसका 24 घंटों के अंदर सत्यापन करने को कहा है। इसमें अगर कोई मदद करने से इन्कार करेगा तो उनके खिलाफ पुलिस कार्रवाई करेगी। उन्होंने आम लोगों से भी अपील कर कहा है कि अगर कोई विदेशी लोगों के संपर्क में आए हैं तो वे जिला मुख्यालय अथवा थाना से संपर्क करें। ताकि, उनकी स्क्रीनिंग कराई जा सके। इससे अन्य लोग भी सुरक्षित हो सकते हैं।