पीयूष द्विवेदी, इटौंजा/लखनऊ। एक वृक्ष 100 पुत्र समान नारा हुआ फेल। बख्शी का तालाबतहसील क्षेत्र के अंतर्गत माधवपुर मरपा गांव में लगातार पुलिस और वन विभाग की मिलीभगत से औषधीय वृक्ष नीम का क्षेत्र से हो रहा सफाया कुछ दिनों में यदि इसी प्रकार से यह सब होता रहा तो सिर्फ चित्रों में ही रह जाएंगे नीम के पेड़ इसी प्रकार से यदि अंधाधुंध होती रही कटान ताजा मामला राजधानी के इटौंजा के माल रोड ग्राम मधवापुर का है जहां कल्लू नामक व्यक्ति ने ग्राम प्रधान तथा वन विभाग की मिलीभगत से औषधीय वृक्ष नीम पर आरा चलाकर उनके अस्तित्व को खत्म करने का काम स्थानीय अधिकारियों द्वारा बड़े पैमाने पर कराया जा रहा है
जिसमें बख्शी का तालाब डिप्टी रेंजर व वनरक्षक ने कमर कसी सिर्फ वन माफिया को बचाने में लगातार वन माफिया आशिफ माधवपुर मरपा ने जबरन तो नीम के पेड़ कटवाए कटवाने के बाद तत्काल झूठों को मिट्टी से बंद करा दिया ऐसी स्थिति में 1 माफिया के डिप्टी रेंजर वनरक्षक आदि ने मिलीभगत कर ₹50000 पैदा कर मीडिया तक बात पहुंचने में रफा दफा करने के लिए दबाव बना रहे की जुर्माना करा लीजिए नहीं तो मीडिया उच्च अधिकारियों के पक्ष में सूचना देकर अवगत कराकर कार्रवाई करा देगी जब मीडिया को इस बात की जानकारी हुई तो मीडिया के कर्मचारियों ने तत्काल डिप्टी रेंजर बीकेटी को फोन लगाकर जानकारी चाहिए बीकैटी वन रेंजर को वन रेंजर फोन उठाने के बजाय मीडिया कर्मियों का फोन काट दिया वह आदेशित किया कि प्रधान गांव का है इसलिए तत्काल प्रभाव से जुर्माना लगाकर रफा दफा करो ऐसा मामला बक्शी का तालाब तहसील क्षेत्र के अंतर्गत माधवपुर मरपा गांव में देखने को मिला जहां लल्ला प्रधान वन माफिया का काम लगातार काफी 20 वर्षों से करते चले आ रहे हैं वन विभाग के अधिकारी डिप्टी रेंजर वनरक्षक हुए बने और वन माफियाओं के। इस मामले में कार्यवाही की जाए। मामला प्रकृति से जुड़ा हुआ है।