दरभंगा : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री मो. अली अशरफ फातमी को इस आयोजन के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि फातमी जब केंद्र में मंत्री थे उसी दौरान यहां मौलाना आजाद नेशनल उर्दू विश्वविद्यालय के कैम्पस का निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी, जो मौलाना अबुल कलाम आजाद के नाम पर हैं।
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इस अवसर पर राज्य के जल संसाधन मंत्री संजय झा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा बिहार में किये जा रहे विकास कार्याें का ब्योरे बार जिक्र किया और कहा कि मुख्यमंत्री काम के बदले ही मजदूरी मांग रहे हैं।
इस अवसर पर पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री अली अशरफ फातमी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अल्पसंख्यकों के लिए जितना काम किया है। वह पूरे देश में कहीं नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार मदरसा बोर्ड पर 400 करोड़ रुपए खर्च करती है। बिहार में मदरसों की संख्या करीब 28 सौ है, जो सऊदी अरब और इंडोनेशिया में भी नहीं मिलेगा। वहीं उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में श्री 55 मदरसे हैं उन्होंने कहा कि पूरे मुल्क में उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा उर्दू बोली जाती है, लेकिन बिहार ऐसा राज्य है, जहां न सिर्फ उर्दू बोली जाती है, बल्कि पढ़ी और लिखी भी जाती है।
इस मौके पर बिहार सरकार के अल्पसंख्यक मंत्री खुर्शीद अहमद ने कहां के दो 2000 तक अल्पसंख्यकों के लिए सिर्फ चार करोड़ 75लाख का बजट था। जिसे अब बढ़ाकर 475 करोड़ का बजट कर दिया गया है। इस मौके पर दरभंगा के प्रभारी मंत्री महेश्वर हजारी खाद्य उपभोक्ता मंत्री मदन साहनी ने भी संबोधित किया। इस मौके पर विधायक फराज फातमी, संजय सरावगी, शशि भूषण हजारी, एमएलसी दिलीप चौधरी, सुनील सिंह समेत अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष, मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष, सुन्नी वक्फ बोर्ड, शिया वक्फ बोर्ड समेत कई आला अफसर, अपर मुख्य सचिव, आमिर सुभानी समेत कई गणमान्य लोग मौजूद थे।