राज प्रताप सिंह, चित्रकूट, लखनऊ ब्यूरो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को धर्मनगरी चित्रकूट में बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का शिलान्यास किया। इसके बाद किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड वितरित किया। बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे 297 किलोमीटर का होगा और करीब 14850 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इस हाईवे को बनने में तीन साल का वक्त लगेगा। एक्सप्रेस वे के किनारे डिफेंस कॉरीडोर विकसित किया जाएगा। एक्सप्रेस वे चित्रकूट से बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, उरई, इटावा जिले से होते हुए आगरा एक्सप्रेस वे में जुड़ जाएगा।
पीएम मोदी ने कहा कि ने कहा असल मायने में बुंदेलखंड अब विकास की दौड़ में शामिल हुआ। देश के लिए जल जीवन मिशन योजना शुरू की गई है। इसके देश के तहत 15 लाख परिवारों को पानी पहुंचाने का काम शुरू हो चुका है। प्राथमिकता बुंदेलखंड जैसे क्षेत्रों को दी जा रही है। इस योजना का संचालन हर गांव के लोगों को मिलकर करना है। सरकार पैसा आपके हाथ में दे देगी, कारोबार आपको करना है। कहां से पाइप जाना है, कहां पानी एकत्रित होगा, यह गांव के लोग तय करेंगे।
बुंदेलखंड एक्सप्रस वे, पूर्वांचल एक्सप्रेस वे हो या फिर गंगा एक्सप्रेस वे यह कनेक्टिविटी के साथ रोजगार के अवसर भी उपलब्ध कराएंगे। 300 किलोमीटर की आधुनिक सड़क तैयार हो जाएगी तो आप बहुत कम समय में लखनऊ और दिल्ली पहुंच जाएंगे। यह नए उद्योगों के रास्ते खोलेगा। इस साल के बजट में यूपी डिफेंस कॉरीडोर के लिए 3700 करोड़ का प्रावधान किया गया है। बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे और यूपी डिफेंस कारीडोर का सीधा संबंध है। यह आने वाले दिनों में भारत को युद्ध के साजो सामान में आत्मनिर्भर बनाने में मददगार साबित होगा। यह मेक इन इंडिया का बड़ा सेंटर बनने वाला है। यहां फैक्ट्रियां लगनी शुरू हो जाएंगी तो आसपास के छोटे और लघु उद्योगों को व्यापक लाभ होगा। यहां के किसानों को भी लाभ होगा। इस तरह रोजगार के अवसर बनेंगे। आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्टर, पर्यटन उद्योग को लाभ होगा। चित्रकूट नए भारत के सपनों का केंद्र बनेगा। आने वाले दिनों मे पर्यटन का बड़ा केंद्र बनेगा।