
राज प्रताप सिंह (लखनऊ ब्यूरो) :: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि कोरोना की दुर्भाग्यपूर्ण आकस्मिक आपदा के कारण लाकडाउन में प्राइवेट सेक्टर में 93 प्रतिशत असंगठित श्रमिकों का जीवन घोर संकट में है। स्थिति यहां तक विकट हो गयी है कि भारत में बेकारी की दर 23 प्रतिशत से ज्यादा हो गयी है। यह संख्या अभी और भी बढ़ने वाली है। विभिन्न प्रदेशों में काम करने वाले श्रमिक और कामगार लाखों की संख्या में अपने गांवों की तरफ पलायन करने को मजबूर हुए हैं। अखिलेश यादव ने गुरुवार को जारी बयान में कहा कि कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लाकडाउन के कारण दो सप्ताह में पांच करोड़ लोगों के करोड़ लोगों के बेरोजगार हो जाने की खब़र बेहद चिंताजनक है। इन आंकड़ों की समीक्षा कर बेरोजगारी से प्रभातिव परिवारों की मदद का रोडमैप तैयार करे सरकार वर्ना भुखमरी से हालात भयावह हो सकते हैं। सबको रोटी- दवाई एवं लाकडाउन के बाद रोजगार मिले ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए। बेरोजगार नौजवानों को एक या दो हजार की मासिक मदद नाकाफी हैं। लाकडाउन की वजह से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य में लगे मजदूर वैधखेड़ा के पास फंसे हुए हैं। उनके पास राशन नहीं बचा है।