डेस्क। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के हिंदी विभाग द्वारा आयोजित साहित्यिक–सांस्कृतिक यात्रा पर केंद्रित पुस्तिका (पिक्टोरियल रपट) का लोकार्पण हिन्दी विभाग के अध्यक्ष प्रो. उमेश कुमार, हिन्दी विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. चंद्रभानु प्रसाद सिंह, सह प्राचार्य डॉ. आनंद प्रकाश गुप्ता और डॉ. मंजरी खरे के कर कमलों द्वारा हुआ। इस मौके पर सभी माननीय शिक्षकों ने समवेत स्वर में यह कहा कि यात्राएं मनुष्य को ऊर्जा से भर देती हैं। यात्राएं व्यक्ति को जीवंत रखती हैं।
इस अवसर पर अध्यक्ष प्रो. उमेश कुमार ने कहा कि आगे भी ऐसी साहित्यिक–सांस्कृतिक यात्राएं जारी रहेंगी। लोकार्पण कार्यक्रम में वरीय शोधप्रज्ञ कृष्णा अनुराग, अभिषेक सिन्हा, समीर कुमार, सियाराम मुखिया, दुर्गानंद ठाकुर, नबी हुसैन, सुभद्रा कुमारी, रूबी कुमारी, मलय नीरव, बबिता कुमारी, अंशु कुमारी, अमित कुमार, बेबी कुमारी, रोहित कुमार, कंचन, जय प्रकाश, खुशबू कुमारी, निशा कुमारी समेत बड़ी संख्या में छात्र–छात्राएं उपस्थित थे। विदित हो कि हिंदी विभाग के अध्यक्ष प्रो.उमेश कुमार के नेतृत्व में हिंदी विभाग के शोधार्थी और छात्र–छात्राएं राजगीर, नालंदा और बोधगया की यात्रा पर गए थे।
इस यात्रा में राजगीर के विश्व शांति स्तूप, नालंदा के भग्नावशेष, गया के विष्णुपद धाम, फल्गु नदी से होते हुए सभी ज्ञान की भूमि बोध गया पहुंचे। महाबोधी मंदिर में पीपल के उस ऐतिहासिक वृक्ष के नीचे ध्यान धारण कर सभी ने उस ज्ञान तत्त्व को अनुभव करने का प्रयास किया जिसे सदियों पहले सिद्धार्थ गौतम ने प्राप्त किया था।