डेस्क : बिहार राज्य के सरकारी स्कूलों में पहली से 12वीं तक के एक करोड़ से अधिक छात्र-छात्राओं को उनके खाते में सरकार के विभिन्न लाभुक योजनाओं के करीब 3100 करोड़ शिक्षा विभाग ने भेज दिए हैं। 75 फीसदी हाजिरी वाले शेष बचे विद्यार्थियों के खाते में भी अगले चार-पांच दिनों में राशि चली जाएगी।
- पत्रकार के साथ लहेरियासराय थाना की पुलिस ने किया दुर्व्यवहार, एसएसपी जगुनाथ रेड्डी ने दोषी पुलिसकर्मी पर कार्रवाई का दिया आदेश
- Meet one of Bihar’s youngest entrepreneur RAJESHWAR RANA
- लॉरेंस बिश्नोई जैसे अपराधियों को संरक्षण दे रहा है केंद्र सरकार – डॉ मुन्ना खान
- मिथिला के चाणक्य होटल मैनेजमेंट कॉलेज को मिला ‘भारत का सर्वश्रेष्ठ होटल मैनेजमेंट कॉलेज 2024’ का सम्मान
- कई सीनियर IAS अधिकारियों का तबादला, यहां देखें पूरी लिस्ट…
लॉकडाउन को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिक्षा विभाग को छात्रवृत्ति योजना की राशि 12वीं तक के विद्यार्थियों के खाते में 31 मार्च तक भुगतान करने का निर्देश दिया था। शिक्षा विभाग ने युद्धस्तर पर अपनी टीम को लगाकर 31 मार्च तक करीब 80 लाख के खाते में पैसे भेज दिए। इस दिन तक भेजी जाने वाली राशि करीब 2000 करोड़ थी। ये पैसे छात्रवृत्ति के अलावा, पोशाक, साइकिल, प्रोत्साहन, किशोरी स्वास्थ्य योजना समेत अन्य लाभुक योजनाओं के थे। शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार तक 1 करोड़ 8 लाख बच्चों को 3102 करोड़ 87 लाख भेजे जा चुके हैं।
गौरतलब है कि शिक्षा विभाग ने पहली बार राज्यस्तर से लाभुक योजनाओं का भुगतान किया है। यह मेधासाफ्ट एप के जरिए संभव हो पा रहा है। इसमें जिलों ने अपने 75 फीसदी हाजिरी वाले एक-एक बच्चों का ब्योरा भरा है। कई स्तर पर उसकी जांच और जिलों से क्लियरेंस के बाद डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से राज्य मुख्यालय से पैसा सीधे बच्चों के खातों में भेजा जा रहा है।