- छात्र के उत्तर देने से प्रभावित होकर किया पुरुस्कृत।
परिषदीय विद्यालयों की गुणवत्ता बढ़ाएं: जिलाधिकारी
-विद्यालयों के विकास के लिए अन्य अधिकारियों से विद्यालयों को गोद लेने की अपील की ।राज प्रताप सिंहबीकेटी/लखनऊ। बीकेटी,क्षेत्र के प्रतिष्ठित कॉलेज आरआर इंस्टीट्यूट ऑफ मॉडर्न टेक्नोलॉजी में चल रहे शैक्षिक गुणवत्ता संवर्धन कार्यशाला के तीसरे दिन का जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने शुभारम्भ किया । बीएसए डॉ अमरकान्त सिंह व बीईओ सतीश त्रिपाठी ने जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा, उपजिलाधिकारी पल्लवी मिश्रा, बीएसए सुल्तानपुर कौस्तुभ कुमार सिंह पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया । आर0आर0 इंस्टीट्यूट ऑफ मॉडर्न टेक्नोलॉजी के सचिव शिवम अग्रवाल ने जिलाधिकारी को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया ।जिलाधिकारी ने कार्यशाला में परिषदीय विद्यालयों उमरभारी, अटेसुआ, बेहटा, गुडम्बा, मल्लाहन खेड़ा, दसौली, बढ़ौली, सोनवा आदि द्वारा लगाए शैक्षिक स्टालों का निरीक्षण किया गया । प्राथमिक विद्यालय सोनवा -1 की शिक्षिका शिप्रा तिवारी द्वारा जिलाधिकारी के सामने कठपुतली के माध्यम से गुडटच, बैडटच की अवधारणा को स्पष्ट किया गया ।शिक्षकों को संबोधित करते कहा कि शैक्षिक स्तर में सुधार के लिए यह जरूरी है कि शिक्षक एवं छात्र के मध्य संवेगात्मक संबंध स्थापित हों, जब शिक्षकों में अपने छात्रों के प्रति संवेदना होगी तो वह स्वप्रेरणा से उनके स्तरोन्नयन के लिए कार्य करता रहेगा ।उन्होंने 90 दिन का लक्ष्य लेकर ब्लॉक में शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार के लिए मिशन रूप में कार्य करने का निर्देश दिया। इसके लिए बच्चों के श्रेणीकरण, कमजोर बच्चों को अन्य बच्चों के समान स्तर पर लाने के लिए अभिभावकों से निरन्तर सम्पर्क में रहने के भी निर्देश दिए । उन्होंने कहा कि जब तक अभिभावक से सहयोग नही मिलेगा तब तक बच्चे का सर्वांगीण विकास संभव नही हो सकता ।उन्होंने कहा कि बच्चों के श्रेणीकरण के अनुसार अच्छे बच्चों व उनके अभिभावकों की काउंसलिंग कर उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं यथा ओलंपियाड, नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी भी कराए जिससे उनका भविष्य उज्ज्वल हो सके ।उन्होंने कहा कि विद्यालयों के भौतिक संसाधनों की उचित व्यवस्था के लिए राज्य वित्त से कराए जा रहे कार्यों की जानकारी भी दी । विद्यालयों के विकास के लिए अन्य अधिकारियों से विद्यालयों को गोद लेने की अपील की ।उपजिलाधिकारी बीकेटी पल्लवी मिश्रा ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि महिलाये जन्मजात शिक्षक होती है, इसलिए उनकी जिम्मेदारी भी अधिक होती है । उन्होंने कहा कि छात्र एक बीज के समान होता है जिसके उचित विकास की जिम्मेदारी शिक्षक की होती है ।कार्यशाला में उपस्थित बीएसए सुल्तानपुर कौस्तुभ कुमार सिंह, व मुजफ्फरनगर से आमंत्रित शिक्षकों ने अपने मुजफ्फरनगर के कार्यकाल के दौरान किये गए शैक्षिक प्रयास “आधार-एक सकारात्मक सोच” से परिचित कराया । उन्होंने कहा कि ईश्वर ने जो कमी छोड़ दी है शिक्षकों को उस कमी को दूर कर पूर्ण मनुष्य की जिम्मेदारी ईश्वर ने शिक्षकों को दी है ।कार्यशाला में उपस्थित आर0आर0 इंस्टीट्यूट ऑफ मॉडर्न टेक्नोलॉजी के चेयरमैन अनिल कुमार अग्रवाल, सह समन्वयक अनुराग सिंह राठौर,निष्ठा, प्रभाष बाजपेयी, शोभित, राजेश सिंह,आशीष मिश्रा,निशांत बीटीसी के प्रिंसिपल अनिल तिवारी मीडिया इंचार्ज विकास सिंह आदि शिक्षक उपस्थित रहे और कार्यशाला के सफल संचालन में सहयोग करते रहे ।