– सपा के सुझावों को टीम-11 ने अनदेखी कर दी
राज प्रताप सिंह, लखनऊ ब्यूरो।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि औरैया सड़क हादसे में झारखंड के मृत श्रमिकों और घायलों को एक साथ खुले ट्रक पर भेजना अमानवीय है। इतना ही नहीं एक मृतक का पिता खेत मजदूर है और उसे अपने बेटे का शव लेने के लिए 19 हजार रुपये खर्चकर आने को मजबूर हुआ।उन्होंने सोमवार को जारी एक बयान में कहा कि भाजपा सरकार के रवैये से उत्तर प्रदेश के साथ-साथ देश भर के मजदूर आक्रोशित हैं। इससे सरकार की नीतियों और कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिह्न लगा है।
लॉकडाउन के चलते समाजवादी पार्टी ने सरकार को तमाम तरह के सुझाव दिए और लगातार जमीनी सच्चाई उजागर की, लेकिन मुख्यमंत्री की टीम -11 ने इसकी अनदेखी कर दी। अब हालात नियंत्रण के बाहर अराजकता तक पहुंच गए है। आखिर इस संकट की जिम्मेदारी किसकी है?उन्होंने कहा कि प्रदेश की सीमाओं को अचानक बंद करने के आदेश से स्थिति और गंभीर हो चली है। प्रदेश के सीमावर्ती इलाकों में प्रवासी मजदूर भूख प्यास से व्याकुल और चीख पुकार करते हुए पुलिस वालों से प्रदेश की सीमा में प्रवेश पाने के लिए गिड़गिड़ा रहे हैं। फंसे लोगों के साथ पुलिस दुर्व्यवहार कर रही है। लाखों श्रमिक पैदल चलने को मजबूर हुए। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि लाचार श्रमिकों को अपने ही गृह राज्य में उत्पीड़न और अपमानित होना पड़ रहा है। उन्होंने मांग की कि श्रमिक कामगार की किसी भी हादसे में मौत पर प्रत्येक के परिजन को 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद तत्काल दें।