गिद्धौर (रांची ब्यूरो) : कुशवाहा समाज संघर्ष में विश्वास रखता है। उक्त बातें कुशवाहा समाज के प्रदेश सचिव सह चुनाव पर्यवेक्षक देवेंद्र कुमार मेहता ने रविाार को गिद्धौर प्रखंड मुख्यालय स्थित कुलेष्वरी मंदिर परिसर में आयोजित जिला स्तरीय कुशवाहा सम्मेलन में कहीं। सम्मेलन में मेहता बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे। उन्होंने आगे कहा कि समाज में राजनीतिक, आर्थिक व सामाजिक चेतना जगाने की आवश्यकता है। ताकि समाज में फैली कुरीतियों को समाप्त की जा सके। आज दहेजा प्रथाएक चुनौती बन गई है। उसे जड़ से उखाड़ फेकने की आवश्यकता है। सभा की शुरुआत भगवान गौतम बुद्ध की तस्वीर पर माला अर्पित कर की गई। मुख्य अथिति ने कहा कि शिक्षा के बैगर समाज में बदलाव की संभावना नहीं है। सभा को राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक देवचरण दांगी ने कहा कि समाज सही दिशा में लाने के लिए युवाओं को आगे आने की आवश्यकता है।
ताकि हक, अधिकार व सम्मान की लड़ाई जोश खरोश से लड़ी जा सके। सभा को मुखिया कुसुम लता देवी ने संबोधित करते हुए कहा कि महिलाओं को भी समाज में जोड़ने की आवश्यकता है, ताकि महिलाएं भी समाज के कार्य में सामान भागीदारी निभा सके। सभा को जिप सदस्य राम लखन दांगी ने संबोधित करते हुए कहा कि समाज को मजबूत बनाने को ले एक मंच पर आने की आवश्यकता है। उन्होंने दांगी जाति को एनेक्शर-1 का प्रमाण पत्र निर्गत नहीं होने पर आश्चर्य जताया। कहा कि सरकार के निर्देश के बाद भी इसका पालन नहीं हो रहा है, इसके लिए अब आंदोलन की आवश्यकता है। सरकार को किसानों की जमीन को चकबंदी करने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि चूकि कुशवहा, दांगी का मुख्य पेशा कृषि है। सभा को अजुन कुमार, नूनगांव मुखिया सतीश कुमार, राजेश कुमार दांगी, हटरगंज कोबेन के मुखिया संजय दांगी, पंचायत समिति सदस्य महादेव दांगी, केदार प्रसाद दांगी, सत्येंद्र कुमार कुशवहा, मेघन दांगी सहित अन्य वक्ताओं ने भी संबोधन किया। वक्ताओं ने कहा कि समाज की लड़ाई मिल कर करने की आवश्यकता है। सम्मेलन की अध्यक्षता देवचरण दांगी व संचालन जवाहर दांगी ने किया। सम्मेलन को सफल बनाने में राजू लाल वर्मा, कपिल कुमार, संजय दांगी, शिव कुमार दांगी, यशवंत दांगी, आशीष दांगी सहित अन्य की भूमिका अहम रही।