राज प्रताप सिंह, लखनऊ ब्यूरो। यूपी विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित हो गई। इसको लेकर विपक्ष ने विरोध जताया। सपा सदस्य मुंह पर मास्क लगाकर मौन रहकर विरोध दर्ज कराया। समाजवादी पार्टी के सभी विधायक सदन निर्धारित समय से पूर्व समाप्त करने पर सदन के अंदर ही नेता प्रतिपक्ष के साथ धरने पर बैठ गए। सदन की कार्यवाही चलाये जाने की मांग करने लगे। उनका कहना था कि सदन सात मार्च तक चलना था। फिर अचानक स्थगित क्यों किया गया।
इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष से की अपील कि मुंह पर पट्टी न बांधे अगर वह बोलना चाहे तो बोले। मैं आग्रह करता हूं नेता विपक्ष बोलें। नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने हाथों से इशारा कर कहा कि आप ही बोलें मैं नहीं बोलूंगा।
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन में कहा कि विधायकों की निधि बढ़ाकर तीन करोड़ रुपए निधि की जाए। विधायकों के वेतन-भत्ते बढ़ाने के लिए एक समिति बनाई जायेगी और उसकी सिफारिश पर सरकार काम करेगी। अब से पहले विधायकों की विधायक निधि दो करोड़ हुआ करती थी। विधायकों से उनकी राय और सुझाव भी मांगें और कहा कि अपने-अपने विधानसभा में कार्यों की 3 वर्ष की उपलब्धियों को अगर सरकार को दे पाएंगे तो 15 मार्च से पहले सरकार उसे छाप कर विधायकों को उपलब्ध कराएगी और यह कार्य जनपद स्तर पर भी होगा और विधानसभा स्तर पर भी उपलब्धियों की पुस्तिका छापी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी दलीय नेताओं को धन्यवाद देता हूं। सभी माननीय सदस्यों को धन्यवाद देता हूं और सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष दीक्षित व प्रमुख सचिव विधानसभा को भी धन्यवाद देता हूं