राज प्रताप सिंह, लखनऊ ब्यूरो। बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) सुप्रीमो मायावती ने सोमवार को कहा कि दिल्ली के दंगों ने पूरे देश को झकझोर दिया है इसलिए केंद्र सरकार संसद के सत्र में इस मामले पर खुली बहस करवाए।
सोमवार को मायावती ने एक ट्वीट में कहा, ‘सन 1984 के भीषण सिख दंगे की तरह ही अभी हाल में दिल्ली के हुए दंगों ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। ऐसे में बेहतर होता कि आज से शुरू हुए संसद के सत्र में केन्द्र सरकार सारे काम स्थगित करके इस मामले पर खुली बहस कराकर जनता के सवालों का जवाब देती। लेकिन ऐसा नहीं करना दुःखद है।’
सोमवार से संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण शुरू हुआ लेकिन लोकसभा की कार्यवाही वाल्मीकिनगर सीट से दिवंगत सांसद वैद्यनाथ प्रसाद महतो को श्रद्धांजलि देने के बाद दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। हालांकि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के सांसदों ने संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने दिल्ली हिंसा को लेकर अपना विरोध दर्ज कराया।वहीं राज्यसभा में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि हिंसा के दौरान केंद्र सरकार तीन दिन तक सोती रही। अगर ऐसा नहीं होता तो हिंसा रोकी जा सकती थी।