डेस्क। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के जुबली हॉल में बिहार सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा प्रायोजित अखिल भारतीय उच्चतर शिक्षा सर्वेक्षण- 2022- 23 संबंधी कार्यशाला का आयोजन ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय तथा कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के सभी अंगीभूत एवं संबद्ध महाविद्यालयों के नोडल पदाधिकारियों के लिए किया गया, जिसमें तीन सत्र आयोजित किए गए।
कार्यशाला का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यशाला में एआईएसएचइ के विश्वविद्यालय नोडल पदाधिकारी डा मो ज्या हैदर, डा दिवाकर झा, डा प्राची मरवाहा, डा अंकित कुमार सिंह, अमृत कुमार झा तथा डा आर एन चौरसिया आदि सहित मिथिला विश्वविद्यालय एवं संस्कृत विश्वविद्यालय के सभी अंगीभूत एवं संबद्ध कॉलेजों के डाटा संबंधी महाविद्यालय नोडल अधिकारी उपस्थित थे।
अपने स्वागत संबोधन में कुलसचिव डा अजय कुमार पंडित ने एआईएसएचइ से संबंधित डाटा की आवश्यकता एवं महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस डाटा को शुद्धता के साथ ससमय भरना अनिवार्य है, अन्यथा कार्रवाई भी हो सकती है। कुलसचिव ने बताया कि मिथिला विश्वविद्यालय के सिर्फ 12 कॉलेजों का ही डाटा भरा जाना बाकी है, शेष सभी कॉलेजों का डाटा अपलोड हो चुका है। इस दृष्टि से मिथिला विश्वविद्यालय बिहार प्रांत में प्रथम स्थान पर है। उन्होंने इस कार्यशाला के आयोजन की जिम्मेदारी मिथिला विश्वविद्यालय को सौंपने हेतु बिहार के शिक्षा विभाग को धन्यवाद देते हुए कहा कि हमारे विश्वविद्यालय के कॉलेज इसके प्रति जागरूक हैं।
बिहार के शिक्षा विभाग के सलाहकार एवं तकनीकी एक्सपर्ट शाहबाज अहमद ने अपने संबोधन में कॉलेजों द्वारा डाटा भरने में विशेष सावधानी बरतने की सलाह देते हुए बताया कि सही एवं पूर्ण डाटा ही भरें। उन्होंने एआईएसएचइ के वेबसाइट के विभिन्न आयामों पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं, जैसे परीक्षा एवं नामांकन आदि से संबंधित आंकड़ों की त्रुटियों पर विशेष रूप से ध्यान दिलाया। उन्होंने कहा कि ये आंकड़े प्रदेश, राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संस्थानों को बेहतर करने में मदद करते हैं।
कार्यशाला के अंतिम सत्र में विभिन्न कॉलेजों से आए हुए नोडल अफसरों ने अपनी समस्याओं एवं संबंधित प्रश्नों को रखा, जिनपर तकनीकी एक्सपर्ट शहवाज अहमद ने उनके प्रश्नों के उत्तर देते हुए सभी समस्याओं का निदान भी किया।
कार्यशाला का आयोजन आईक्यूएसी निदेशक सह एआईएसएचइ के विश्वविद्यालय नोडल पदाधिकारी डा मो ज्या हैदर ने किया, जबकि शिक्षा विभाग के तकनीकी एक्सपर्ट आदित्य ने भी कार्यशाला में उपस्थित होकर समुचित सहयोग किया। वहीं मंच का संचालन डा अमिताभ कुमार तथा धन्यवाद डा संकेत कुमार झा ने किया।