राज प्रताप सिंह (लखनऊ ब्यूरो) :: मुख्यमंत्री ने अपील की कि खुद के स्वास्थ्य और सुरक्षा के नाते कोई भी श्रमिक पैदल, सायकिल या दो पहिया से अपने घर के लिए न निकले। यह सारी व्यवस्था उसके लिए ही की गई है। धैर्य रखें सरकार उन तक जल्दी ही पहुंचेगी। सरकार प्रदेश के हर श्रमिक को सुरक्षित उनके घर तक पहुंचाएगी।मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को टीम-11 के साथ लाकडाउन व्यवस्था की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा आने वाले हर प्रवासी के स्वास्थ्य की जांच उस जिले के क्वारंटीन सेंटर पर अनिवार्य रूप से हो रही है। स्वस्थ्य लोगों को उनके घर इस हिदायत के साथ भेजा जा रहा है कि वह घर पर होम क्वारंटाइन के मानकों का अनुपालन करेंगे। संदिग्ध को पूरी जांच के लिए सेंटर में ही आइसोलेट कर दिया जा रहा है। घर जाने वाले हर श्रमिक को अनिवार्य रूप से भरण-पोषण के लिए एक हजार रुपये और तय मात्रा में खाद्यान्न भी दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रदेश में सभी प्रवासी कामगारों व श्रमिकों के साथ सम्मानजनक व्यवहार किया जाए। इनकी प्रदेश में सकुशल वापसी और प्रदेश में निवासित दूसरे राज्यों के कामगारों की उन राज्यों में वापसी के लिए बेहतर संवाद को आगे बढ़ाया जाए। राज्य सरकार सभी प्रवासी कामगारों व श्रमिकों की प्रदेश में सुरक्षित वापसी के लिए कार्य कर रही है। इसके लिए संबंधित राज्य सरकारों से ऐसे प्रवासियों की सूची प्राप्त की जाए। यह कोई भी अवैध रूप से प्रदेश में न आने पाए। प्रवासी श्रमिकों की सूची बनाएं डीएमविभिन्न राज्यों से वापस आ रहे प्रवासी कामगारों की जनपदवार सूची जिलाधिकारी को उपलब्ध कराई जाए। उत्तर प्रदेश में विभिन्न राज्यों से प्रवासी श्रमिकों को लेकर सर्वाधिक ट्रेनें पहुंचीं हैं। रेल यात्रा के पश्चात प्रवासियों को उनके गृह जनपद पहुंचाने के लिए परिवहन निगम की बस का प्रयोग किया जाए। बाहर से आने वालों के लिए संचालित क्वारंटीन सेन्टर-आश्रय स्थल पर स्वच्छता व सुरक्षा के पर्याप्त प्रबन्ध किए जाएं। यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी दशा में अव्यवस्था न उत्पन्न हो। कम्युनिटी किचन के माध्यम से गुणवत्तायुक्त एवं भरपेट भोजन की प्रभावी व्यवस्था की जाए। सीएमओ मरीजों की केस हिस्ट्री तैयार करेंउन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को कोरोना मरीजों का अध्ययन करते हुए रोगियों की केस हिस्ट्री तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रत्येक जनपद में क्षेत्र चयनित करते हुए सभी उपलब्ध फायर वाहनों से सेनिटाइज़ेशन कराने के निर्देश दिए। सभी 75 जनपदों में नामित आईएएस व पीसीएस अधिकारियों से नियमित संवाद रखा जाए। उन्होंने विदेश से आ रहे लोगों की स्क्रीनिंग कर क्वारंटीन सेन्टर में रखे जाने के निर्देश भी दिए। विभिन्न राज्यों के प्रदेश में निवासित प्रवासियों की राज्य में वापसी तथा अन्य राज्यों में फंसे प्रदेश के लोगों की वापसी के लिए भी राज्य सरकार कार्य कर रही हैं। जनसुनवाई पोर्टल पर उपलब्ध कराई गई पंजीयन व्यवस्था का अच्छा रिस्पान्स मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा कोविड एवं नान-कोविड अस्पतालों को अलग-अलग स्थापित करने से इस महामारी पर प्रभावी नियंत्रण लगा है। अब तक 48 हजार बेड की व्यवस्था अधिकारियों ने बताया कि एल-1, एल-2 तथा एल-3 डेडिकेटेड कोविड अस्पतालों की क्षमता 48 हजार बेड की व्यवस्था की जा चुकी है। शनिवार तक 52 हजार बेड की व्यवस्था कर ली जाएगी। इसके अलावा, प्रत्येक जनपद में वेंटिलेटर युक्त बेड की व्यवस्था भी हो चुकी है।
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