प्रमोद राही, लखनऊ। दुनिया में कोई भी काम छोटा नही होता, सभी कामों का अपना महत्व होता है बशर्ते वह काम रचनात्मक होना चाहिए। उक्त विचार आज मानव धर्म मन्दिर के संस्थापक रामानन्द सैनी ने भारत माता मंदिर मानस नगर लखनऊ में भोजन पैक करने वाले डिब्बों को अपने बेटे ईशांत सैनी और अधिवक्ता मंजू सैनी तथा अन्य साथियों के साथ बनाते समय कही। स्वामी रामानन्द सैनी ने बताया कि व्यक्ति को अपने सभी काम स्वयं करने चाहिए, किसी के सहारे नहीं रहना चाहिए। जब कभी कोई ऐसा अवसर आए कि आप के बिना कोई काम बिगड़ रहा हो तो बिना झिझक और पूंछे उस कार्य को करने के लिए तैयार हो जाना चाहिए। इससे प्रथम तो आप सदैव सुखी रहेंगे और आप का काम भी समय पर हो जाएगा।
काम का समय पर पूरा होना और सही काम होना तभी संभव है जब आप स्वयं जिम्मेदार व्यक्ति के रूप में काम करेंगे।अवसर था एकल विद्यालय के संचालकों व अध्यापकों के कार्यक्रम में एक हजार लोगों को भोजन कराने के लिए भोजन के डिब्बे बनाने का, जैसे ही उनको मित्र स्वतंत्र कुमार त्रिपाठी का फोन आया कि तुरंत चले आइए एक हजार कागज के डिब्बे पैक करने है जिसमें आज ही भोजन जाना है, स्वामी जी तुरंत अपने बेटे और पत्नी मंजू सैनी के भारत माता मंदिर मानस नगर पहुंच कर दो घंटे में काम पूरा कर दिया। इसी तरह के न जाने कितने समाज सेवा के रूप में वह काम वो करते रहते हैं। वह समाज के समर्थ लोगों से अपील करते हैं कि किसी के यहां कोई मुसीबत हो तो उसकी मदद जरूर करें, आप धन दौलत का दान भले न करें लेकिन समय और श्रम दान जरूर करें।