राज प्रताप सिंह, लखनऊ ब्यूरो। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन व एनआरआई विभाग के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि नये उत्तर प्रदेश के लिए एनआरआई विभाग नए कलेवर के साथ प्रवासी भारतीयों को आकर्षित करेगा। इसके लिए शीघ्र ही प्रवासी भारतीयों की सुविधा हेतु एक सरल और आकर्षक वेबसाइट शुरू की जायेगी।
इस वेबसाइट को हिन्दी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में तैयार कराया जा रहा है। दिव्यांगजन भी इसका आसानी से इस्तेमाल कर सकेंगे। साथ ही प्रदेश के प्रमुख विभागों पर्यटन, हेल्थ टूरिज्म, शिक्षा, ओ0डी0ओ0पी0 तथा निवेश को सीधे इससे लिंक दिया जायेगा। उन्होंने आगामी 15 अप्रैल तक वेबसाइट के निर्माण का कार्य पूर्ण कराने के निर्देश अधिकारियों को दिये। इसके अतिरिक्त उन्होंने वेबसाइट के संचालन हेतु प्रोजेक्ट मानीटरिंग यूनिट (पीएमयू) गठित करने के भी निर्देश दिए हैं।
श्री सिंह ने यह निर्देश गुरुवार को इस संबंध में हुई समीक्षा बैठक में दिए। उन्होंने यूपीडेस्को द्वारा तैयार की जा रही प्रवासी भारतीय विभाग की वेबसाइट को देखा और जरूरी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वेबसाइट में एनआरआई का डाटा एकत्रित कराने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भारतीय प्रवासी, प्रवासी एसोसिएशन के अध्यक्ष तथा सभी राजदूतों को पत्र भेजने का अनुरोध किया जायेगा। उन्होंने यह भी कहा कि यह वेबसाइट आसानी से लोगों तक पहुंचे, इसके लिए ख्याति प्राप्त सर्च इंजन गूगल, याहू आदि पर लिंक डलवाया जायेगा।
यह वेबसाइट यूनीफाइड सिस्टम के तहत कार्य करेगी और समय-समय पर इसका सिक्यूरिटी आडिट भी कराया जायेगा। इसके माध्यम से प्रवासी भारतीयों को रजिस्ट्रेशन/वेरीफिकेशन एवं नवीनीकरण की सहूलियत मिलेगी। इसके तहत प्रवासी भारतीयों के लिए यूपी एन0आर0आई0 कार्ड की सुविधा दी जायेगी। साथ ही पेमेंट की आॅनलाइन सुविधा भी उपलब्ध कराई जायेगी। इस कार्ड के माध्यम से एनआरआई को पर्यटन स्थलों पर भ्रमण, निवेश आदि की सुविधा उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि प्रवासी भारतीय एनआरआई दिवस में शामिल होने तथा प्रवासी रत्न पुरस्कार के लिए भी वेबसाइट पर आवेदन कर सकेंगे।
नई वेबसाइट पर जाब सीकर (रोजगार के इच्छुक) व्यक्तियों के लिए रजिस्ट्रेशन की सुविधा होगी। ई-माईग्रेट वेरीफिकेशन भी कराया जायेगा। एनआरआई को आॅनलाइन चैट की व्यवस्था भी दी जायेगी। सोशल मीडिया जैसे व्हाट्सअप, फेसबुक, ट्विटर आदि को इससे जोड़ा जायेगा।