दरभंगा(विजय सिन्हा) : कामेश्वरसिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय सीनेट में कर्मचारी प्रतिनिधि के लिए हुए चुनाव में रमेश्वरीलता संस्कृत कॉलेज, दरभंगा के लिपिक ने बाजी मार ली है। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी रविन्द्र कुमार मिश्र को 36 मतों से परास्त कर दिया। मतदान 4 जनवरी को हुआ था। शनिवार को व्याकरण विभाग में हुई। मतगणना में पंकज को 101 तथा रविन्द्र को 65 वोट प्राप्त हुए। कुल पांच में से शेष तीन उम्मीदवारों अनिल कुमार झा को 21, श्रीदेव मंडल को 12 एवम सुनील कुमार सिंह को मात्र एक वोट मिला। 33 वोट अवैध पाए गए।
दोपहर बाद मुख्य चुनाव पदाधिकारी प्रो. सुरेश्वर झा ने पंकज के निर्वाचन होने की घोषणा कर दी। इस तरह पंकज अगले तीन वर्षों के लिए संस्कृत विश्वविद्यालय के सीनेटर हो गए। उक्त जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय के पीआरओ निशिकांत ने बताया कि काफी गहमा गहमी के बीच शुक्रवार को मुख्यालय में हुई वोटिंग में मुख्यालय व अधिकांश अंगीभूत व सम्बद्ध संस्कृत कॉलेजों के शिक्षकेतर कर्मियों ने मताधिकार का प्रयोग किया था। पूरे बिहार में फैले कॉलेजों से बंद लिफाफे में भी वोट मुख्य चुनाव पदाधिकारी को डाक से भेजा गया था। मतगणना में तीन पदाधिकारी डॉ. विश्राम तिवारी, डॉ. विकाउ झा एवं डॉ. दयानाथ झा को लगाया गया था। मौके पर सभी उम्मीदवार भी अंत तक डटे रहे। वहीं दूसरी ओर रिजल्ट निकलते ही सबसे पहले रविन्द्र व सुनील ने ही पंकज को बधाई दी।