राज प्रताप सिंह, लखनऊ ब्यूरो। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि पुलिस आयुक्त प्रणाली से कानून व्यवस्था और मजबूत होगी। अभी यह प्रणाली लखनऊ व गौतमबुद्धनगर में लागू की गई है। कानून व्यवस्था से बढ़कर सरकार के लिए कुछ भी नहीं है। उसके लिए जो भी करना पड़ेगा करेंगे। इन निर्णय से जनता में विश्वास बढ़ेगा।
कैबिनेट में गृह विभाग के प्रस्ताव को मिलने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद प्रेस कांफ्रेंस में इसकी घोषणा की। सीएम ने कहा कि कैबिनेट ने इन पुलिस आयुक्तों को मजिस्ट्रेट की शक्तियां देने को भी मंजूरी दी है और यह सभी अधिकारी एक टीम की तरह काम करेंगे। उन्होंने कहा कि पुलिस सुधार एवं पुलिस व्यवस्था के लिये यह महत्वपूर्ण कदम होगा ।
उन्होंने कहा कि पिछले पचास साल से उत्तर प्रदेश में स्मार्ट पुलिसिंग के लिए पुलिस आयुक्त प्रणाली की मांग की जा रही थी और अब सरकार ने इसे लागू करने का फैसला लिया है। काफी पहले से इसकी चर्चा चल रही थी कि महानगरों में यह प्रणाली लागू होनी चाहिये, मगर राजनीतिक इच्छाशक्ति के अभाव में इसे नजरअंदाज किया गया। उन्हें खुशी है कि अब सरकार ने यह निर्णय ले लिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि साल 2011 की जनगणना के अनुसार लखनऊ की आबादी करीब 29 लाख थी जो अब बढ़कर करीब 40 लाख हो गई है। इसी प्रकार 2011 की जनसंख्या के मुताबिक गौतमबुद्धनगर की आबादी 16 लाख थी जो अब बढ़कर करीब 25 लाख हो गयी है। ऐसे में यहां यह व्यवस्था लागू करना जरूरी हो गया था। सीएम ने कहा कि स्मार्ट और सेफ सिटी के तहत इन दोनों जिलों में सीसीटीवी का जाल भी बिछाया जायेगा।मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं और बच्चियों के साथ होने वाले अपराधों को रोकने व उन्हें शीघ्र न्याय दिलाने के लिए महिला अधिकारियों की भी नियुक्ति की गई है।