राज प्रताप सिंह, लखनऊ ब्यूरो।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि सभी जिलों के जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक व पुलिस अधीक्षक यह सुनिश्चित करें कि कोई भी प्रवासी कामगार व श्रमिक पैदल या बाइक से यात्रा न करने पाए। इसके लिए प्रत्येक जनपद के हर थाना क्षेत्र में एक टीम गठित करते हुए यात्रा करने वाले श्रमिकों व कामगारों को रोका जाए और उनकी मदद की जाए।
मुख्यमंत्री ने ट्रकों या असुरक्षित वाहनों से सवारी ढोने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने के निर्देश भी दिए हैं। ये बातें प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने मीडिया से बातचीत में कही। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि सभी अधिकारी व कर्मचारी प्रवासी कामगारों व श्रमिकों के प्रति सहानुभूतिपूर्ण रवैया अपनाते हुए उनकी हर सम्भव मदद करें।
उन्होंने कहा है कि प्रदेश की सीमा में प्रवेश करते ही प्रवासी कामगारों व श्रमिकों को सबसे पहले पेयजल एवं भोजन उपलब्ध कराया जाए। उसके बाद उनकी स्क्रीनिंग करके उनके गंतव्य तक सुरक्षित व सम्मानजनक ढंग से पहुंचाया जाए। प्रवासी कामगारों व श्रमिकों को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराना जिला प्रशासन की जिम्मेदारी होगी। इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
अपर मुख्य सचिव गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि संबंधित राज्यों के पुलिस महानिदेशक से संवाद कायम करते हुए उनसे अनुरोध किया जाए कि प्रवासी कामगारों व श्रमिकों को ट्रक से न भेजा जाए, बल्कि बस अथवा रेल जैसे सुरक्षित साधनों का उपयोग किया जाए। अस्वस्थ पाए गए लोगों के उपचार की व्यवस्था की जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित किया जाए कि क्वारंटीन सेन्टर में किसी भी दशा में मांस अथवा मादक द्रव्यों का प्रयोग न होने पाए।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि एल-1 चिकित्सालय में हर 10 बेड पर ऑक्सीजन और एल-2 अस्पतालों में प्रत्येक बेड पर ऑक्सीजन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। एल-2 अस्पताल में वेंटिलेटर की व्यवस्था भी होनी चाहिए। कोविड अस्पताल में भर्ती कोरोना पॉजिटिव मरीजों को समय पर जलपान एवं भोजन उपलब्ध कराए जाए। इन अस्पतालों में साफ-सफाई और उपचार की बेहतर व्यवस्था की जाए। अपर मुख्य सचिव गृह ने बताया कि प्रदेश में अब तक कुल 13.50 लाख लोग वापस आ चुके हैं। 380 ट्रेनों से करीब 4 लाख 69 हजार श्रमिकों की वापसी हो चुकी है।
यूपी में अब तक दो हजार से ज्यादा लोग इलाज के बाद डिस्चार्ज किए गए प्रदेश के प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि अब तक 2080 कोरोना संक्रमितों को इलाज के बाद डिस्चार्ज किया जा चुका है। इस समय प्रदेश में कुल 1773 मामले सक्रिय हैं।