राज प्रताप सिंह (लखनऊ ब्यूरो) :: लखनऊ समेत रविवार को प्रदेश के विभिन्न अंचलों में आए आंधी-पानी ने कई जिंदगियां निगल लीं।
रविवार शाम तक कुल 11 लोगों की मौत होने की सूचना मिली है। आकाशीय बिजली गिरने, पड़े व खम्भे गिरने से हुई इन मौतों में पूर्वांचल में तीन, सीतापुर में दो, बाराबंकी में दो, लखनऊ में एक, चित्रकूट में दो मौतें होने की सूचना है। देर रात तक आंधी-पानी का यह सिलसिला प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में जारी रहा। रविवार की दोपहर से बदली छानी शुरू हुई और शाम होते-होते घने काले बादलों का डेरा पड़ गया। लखनऊ व आसपास के इलाकों में शाम पांच बजे तेज धूल भरी आंधी चली और फिर गरज-चमक के साथ बारिश शुरू हो गई। कहीं-कहीं ओलावृष्टि की भी सूचना है। इस तेज आंधी की वजह से कई जगह पड़े, खम्भे उखड़ गए।मौसम निदेशक जे.पी.गुप्त के अनुसार अगले दो दिन पूरे प्रदेश में तेज आंधी और गरज-चमक के साथ बारिश होने के आसार हैं। तीसरे दिन पश्चिमी यूपी में छिटपुट बारिश हो सकती है। कहीं-कहीं ओले भी पड़ सकते हैं। मध्य पाकिस्तान के ऊपर केन्द्रित पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवातीय दबाव की वजह से मौसम में यह बदलाव हुआ है।मौसम में आए इस बदलाव की वजह से उमस भरी गर्मी के बजाए तापमान में गिरावट के साथ मौसम सर्द हो गया। ग्रामीण इलाकों में कहीं-कहीं खलिहान में पड़ी फसल को नुकसान होने की भी खबर है। तेज आंधी की वजह से लखनऊ समेत प्रदेश के कई अंचलों में आम की तैयार होती फसल को नुकसान पहुंचा है।मृतकों के आश्रितों को दें चार-चार लाखमुख्यमंत्री ने बेमौसम बारिश, आकाशीय बिजली गिरने से प्रदेश के विभिन्न जिलों में हुए जान-माल के नुकसान पर गहरा शोक जताया है। उन्होंने इस प्राकृतिक आपदा में मरने वालों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की राशि तत्काल देने के आदेश भी दिए हैं। उन्होंने आपदा प्रभावित इलाकों में तत्काल राहत पहुंचाने के लिए जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि प्रभावितों को राहत व मदद पहुंचाने का काम तत्परता से पूरा किया जाए।
– नुकसान की रिपोर्ट शासन को भेजें
मुख्यमंत्री ने आपदा मोचक निधि के दिशा निर्देशों के अनुरूप पीड़ितों को मदद पहुंचाने को कहा है। साथ ही जिलाधिकारियों से कहा गया है कि वह अपने-अपने जिले में हुए नुकसान का आंकलन कर तत्काल रिपोर्ट शासन को भेजें।