दरभंगा (विजय सिन्हा) : कुलपति प्रो. सर्व नारायण झा की अध्यक्षता में सोमवार को कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय में सिंडिकेट की बैठक आयोजित की गई। सीनेट से पूर्व यह बैठक अति महत्वपूर्ण है। जिसमें विचार के लिये मूल रूप से 12 प्रस्ताव लाये गए। दो-तीन में आंशिक संशोधन करते हुए सभी के सभी प्रस्ताव पारित कर दिए गए। इसी क्रम में वर्ष 2019-20 के आय व्ययक यानी बजट पर भी सिंडिकेट ने अपनी मुहर लगा दी। उक्त जानकारी देते हुए जनसम्पर्क पदाधिकारी निशिकांत प्रसाद सिंह ने बताया कि बैठक के दौरान अनुकम्पा पर पाल्यों की नियुक्ति का मुद्दा भी उठा।
इसके लिए सदन ने सर्व सम्मति से एक कमेटी बनाकर समीक्षा कराने का निर्णय लिया। इस कमेटी को बनाने के लिए कुलपति अधिकृत कर दिए गए। कमेटी की रिपोर्ट के बाद ही बहाली की विधिवत प्रक्रिया शुरू की जाएगी। वहीं एसीपी भुगतान से पूर्व तीन सदस्यीय कमेटी गठित करने का भी निर्णय लिया जिसमें प्रतिकुलपति प्रो. चन्द्रेश्वर प्रसाद सिंह, वित्तीय सलाहकार मंतोष राय मालाकार एवं डॉ. विनय कुमार चौधरी शामिल किए गए हैं। कमेटी की रिपोर्ट के बाद ही भुगतान संभव होगा। कुलपति ने स्पष्ट कर दिया कि एसीपी मामलों में राजभवन के दिशा निदेर्शों के आलोक में ही भुगतान होगा। वहीं वार्षिक प्रतिवेदन 2017-18 को भी सदन ने पारित कर दिया। इसी क्रम में डॉ दिलीप कुमार चौधरी के अनुरोध पर अनुमोदन, वरीयता एवं वेतन निर्धारण समिति को संशोधित करने का निर्णय लिया गया। इसमें दो नए सदस्य बनाये जाएंगे और इसके लिए सभी सदस्यों ने कुलपति को ही अधिकृत कर दिया। बैठक में प्रतिकुलपति प्रो. चन्द्रेश्वर प्रसाद सिंह, प्रो. शिवाकांत झा, प्रो. सुरेश्वर झा, डॉ. श्रीपति त्रिपाठी, डॉ. दिलीप कुमार चौधरी, डॉ. कन्हैया चौधरी, शकुंतला गुप्ता, डॉ. सीताचरण झा, डॉ. दिनेश झा, एफए मंतोष राय मालाकार एवं कुलसचिव नवीन कुमार मुख्य रूप से उपस्थित थे। वहीं सिंडीकेट की बैठक में पूर्व कुलपति डॉ. रामकरण शर्मा एवं सिंडीकेट सदस्य डॉ. ब्रह्मानन्द चतुवेर्दी के निधन पर शोक प्रस्ताव पारित किया गया।