दरभंगा : विगत ग्यारह वर्षों से दरभंगा के शैक्षणिक विकास में लगातार प्रयासरत मदारपुर स्थित एवेन्यू द पाथ आॅफ सक्सेस के निदेशक सौरभ शेखर श्रीवास्तव ने मदारपुर स्थित अपने आवास पर मंगलवार को प्रेस वार्ता की। उपस्थित गणमान्य संवाददाताओं को जानकारी देते हुए बताया कि पोलिटेक्निक की तैयारी करवाने में छात्र-छात्राओं की आशातीत सफलताओं से प्रेरित होकर एवेन्यू द पाथ आॅफ सक्सेस का विस्तार करते हुए आगामी 5 सितंबर को एवेन्यू ग्रुप आॅफ इंस्टीच्यूशन का शुभारंभ किया जाएगा।जिसके अंतर्गत वर्ग पाँचवी से सातवीं तक के लिए एवेन्यू जूनियर,वर्ग आठवीं से दसवीं तक के लिए एवेन्यू क्लासेज और पोलिटेक्निक,आईटीआई प्रवेश परीक्षा की तैयारी हेतु एवेन्यू द पाथ आॅफ सक्सेस समाहित होंगे।शिक्षक दिवस पर शुभारंभ करने के उद्देश्य को निदेशक ने विस्तार से बताया कि इस वर्ष भी छात्र-छात्राओं की सफलता के उपरांत दरभंगा के कई शिक्षकों,अभिभावकों एवं बुद्धिजीवियों से मिले परामर्श के अनुसार ही इस नये प्रारूप को तैयार किया गया।
उन्होंने बताया कि दरभंगा के कई शिक्षकों ने उनसे कहा कि आईआईटी,मेडिकल,बैंक,एसएससी की तैयारी में शामिल कई छात्र-छात्राओं का दसवीं तक की पढ़ाई में आधार कमजोर होने के कारण बच्चों को अपने कैरियर को लक्ष्य तक पहुँचाने में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है।यदि संस्थान द्वारा दसवीं तक के छात्रों को उनके लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए आधारभूत शिक्षा दी जाय तो आने वाले वर्षों में दरभंगा से उच्चस्तरीय प्रतियोगिता में सफलता प्राप्त कर अपने लक्ष्य को चूमने वाले छात्र-छात्राओं की सफलता प्रतिशत में काफी वृद्धि होगी और देश-दुनिया में यहाँ के और अधिक छात्र अपना परचम लहरायेंगे।
उन्होंने कहा कि शिक्षकों व बुद्धिजीवियों के इन्हीं विचारों को ध्यान में रखकर दसवीं तक के छात्र-छात्राओं को यह सुविधा प्रदान की जाएगी जिसमें प्रत्येक विषयों के पाँच पाँच शिक्षकों यानि कुल 35 शिक्षकों की कुशल टीम तैयार कर छात्र-छात्राओं का बेहतर अध्ययन करवाया जाएगा।
बता दें कि विगत 11 वर्षों से लगातार पोलिटेक्निक में अब तक 86 छात्र-छात्राओं का कैरियर सुनिश्चित करवाने वाले शिक्षक सौरभ शेखर श्रीवास्तव को सफल छात्रों व उनके अभिभावकों द्वारा ही पोलिटेक्निक गुरू की संज्ञा दी गई है। शैक्षणिक क्षेत्र के विकास में अहम योगदान देने के लिए पोलिटेक्निक गुरू सौरभ शेखर श्रीवास्तव को वर्ष 2015 में प्रो. रतिकान्त स्मृति फाउंडेशन द्वारा संत केशव दास भूषण सम्मान से भी नवाजा जा चुका है।