लखनऊ ब्यूरो (राज प्रताप सिंह) :: प्रदेश की योगी सरकार ने इस बार कोरोना की वजह से गणेश चतुर्थी पर्व और मोहर्रम पर बड़ा फैसला लिया है। सरकार की तरफ से कहा गया है कि कोविड-19 की गाइड लाइन का पालन करते हुए गणेश चतुर्थी और मोहर्रम मनाया जाए। किसी भी प्रकार का कोई जुलूस, झांकी या शोभायात्रा नहीं निकाली जाएगी। साथ ही कहीं भी भीड़ एकत्रित न होने दी जाए। डीजीपी एचसी अवस्थी ने अगस्त में ही आने वाले गणेश चतुर्थी पर्व और मोहर्रम के मौके पर सुरक्षा-व्यवस्था के संबंध में व्यापक दिशा-निर्देश जारी किया है।
डीजीपी ने कहा है कि शांति समितियों के पदाधिकारियों, धर्मगुरुओं, ताजियादारों एवं संभ्रांत नागरिकों के साथ बैठक कर उन्हें धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन के संबंध में केंद्रीय गृह मंत्रालय एवं उत्तर प्रदेश सरकार के दिशा-निर्देशों से अवगत कराया जाए। गणेश चतुर्थी के मौके पर किसी भी पूजा-पंडाल में कोई भी मूर्ति स्थापित न की जाए और न ही किसी शोभा यात्रा की अनुमति दी जाए। सभी श्रद्वालुओं को प्रेरित किया जाए कि वे अपने-अपने घरों पर ही त्योहार मनाएं। डीजीपी ने कोरोना महामारी के संक्रमण से बचाव के लिए पुलिस को वाहनों पर लाउडस्पीकर के माध्यम से मास्क धारण करने तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए जनमानस को जागरूक करने को कहा है।
डीजीपी ने सोशल मीडिया की 24 घंटे मानीटरिंग करने, भ्रामक सूचना प्रसारित होने पर कानूनी कार्रवाई करते हुए प्रभावी खंडन जारी करने खंडन करने, संवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस पिकेट व गश्त की प्रभावी व्यवस्था करने तथा थानावार सांप्रदायिक व शरारती तत्वों को चिह्नित कर उन पर नजर रखने का निर्देश दिया है। आवश्यकता पड़ने पर इन साम्प्रदायिक एवं अवांछनीय तत्वों के विरुद्ध कड़ी निरोधात्मक कार्रवाई की जाए। सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए संवेदनशील स्थानों व चौराहों का चयन तथा वीडियोग्राफी की टीमों का गठन किया जाए। संवेदनशील क्षेत्रों की ड्रोन कैमरे के माध्यम से निगरानी की जाए। संवेदनशील क्षेत्रों व अन्य स्थानों पर भी मोबाइल पेट्रोलिंग कराई जाए।