बैंकों के आसपास चेकिंग में लापरवाही पर तीन निलम्बित
राज प्रताप सिंह(उत्तर-प्रदेश राज्य प्रमुख)
लखनऊ। बैंकों की सुरक्षा के लिए प्रदेश भर में चेकिंग अभियान चलाया गया। इसमें लापरवाही करने वाले एक दरोगा और दो सिपाहियों को निलम्बित किया। डीजीपी ओपी सिंह के निर्देश पर पूरे प्रदेश में एक साथ यह अभियान चलाया गया था। इसमें पूरे यूपी में शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के कुल 12015 बैंक शाखाओं की चेकिंग की गई। बैंकों के आसपास 3767 वाहनों की जांच भी की गई। वहीं पुलिस ने बैंकों में और उसके बाहर 46836 से अधिक लोगों की जांच-पड़ताल और पूछताछ की। डीआईजी कानून एवं व्यवस्था प्रवीण कुमार ने बताया कि संदिग्ध पाए गए 58 व्यक्तियों के खिलाफ 151 आईपीसी और 34 पुलिस एक्ट आदि धाराओं में कार्रवाई की गई। चेकिंग के दौरान 1487 वाहन सीज किए गए या इनका चालान किया गया। एमवी एक्ट के तहत 9,69,050 जुर्माना जमा कराया गया। चेकिंग में लापरवाही करने पर एक उपनिरीक्षक व दो आरक्षियों को निलम्बित किया गया।उन्होंने बताया कि डीजीपी ने सभी जिला प्रमुखों को निर्देश दिए थे कि चेकिंग अभियान में संबंधित क्षेत्राधिकारी शहर व ग्रामीण क्षेत्र के बैंक प्रबंधकों से बातचीत कर औचक चेकिंग करें। बैंक के अन्दर चेकिंग के दौरान यह देखा जाए कि कोई व्यक्ति, जिनका बैंक में खाता नहीं है या बिना किसी कार्य के बैंक के अन्दर बैठा है तो उसके इस प्रकार बैठने का औचित्य क्या है? उसकी पड़ताल की जाए। हालांकि डीजीपी ने हिदायत दी थी कि उक्त कार्रवाई के दौरान चेकिंग टीम बैंक के स्टाफ या अन्य लोगों से किसी तरह खराब व्यवहार नहीं करेगी। बैंक के आस-पास संदिग्ध व्यक्तियों की तलाशी ली जाए और बिना नंबर प्लेट के दो पहिया व चार पहिया वाहन की चेकिंग की जाए। बैंक के आस-पास लगने वाले पान तथा चाय की दुकानों आदि पर बैठे संदिग्ध व्यक्तियों की चेकिंग की जाए।