बीहट (बेगूसराय) धर्मवीर कुमार : जिस मनुष्य के पास दया, दान और दमन ये तीन संकल्प होते हैं वह पूर्णत्व को प्राप्त करता है। उक्त बातें सर्वमंगला अध्यात्म योग विद्यापीठ सिमरिया धाम के ज्ञान मंच से हुए स्वामी चिदात्मन महाराज ने कही। उन्होंने कहा मनुष्य की पूर्णता के लिए दया, दान और दमन आवश्यक है। जिस मनुष्य के पास जीवन के ये तीन संकल्प नहीं तो वो पूर्णता को प्राप्त नहीं कर सकेंगे। आगे कहा कि व्रती संकल्प लेकर कल्पवास में तपस्यारत रहते हैं। उन्हें जीवन में किसी प्रकार का अशौच नहीं लगता है। कल्पवास गंगा के किनारे सारे संतापों से दूर करने का माध्यम है। हम जब गंगा के किनारे वास करते हैं तो हम अपने आप को निर्मल बनाने की कोशिश करते हैं। उन्होंने कहा कि जीवन को आप त्याग, समर्पण और सेवा के लिए बनाएं। यही जीवन की भक्ति और पूजा है। भक्ति महारानी के दो संतान हैं ज्ञान और वैराग्य। जिस पर भक्ति महारानी की कृपा होती है वह इस लोक और उस लोक से मुक्त हो जाता है। मौके पर रविन्द्र ब्रह्मचारी, रंजन सिंह, संतोष कुमार, अरविंद सिंह, सर्वमंगला मीडिया प्रभारी नीलमणि, रंजना कुमारी, पटेल सिंह, सुशील सिंह, नवीन सिंह, निर्पेन्द्रा सिंह, अरविंद सिंह, मिथिलेश सिंह, राम लक्ष्मण, दिनेश झा, नारायननन्द सहित अन्य उपस्थित थे।