गया-
शनिवार को सन्यास आश्राम मानपुर के महंत रत्नेशानन्द बाबा का विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर स्थानीय गया शहर के बीच में आयुक्त कार्यालय के सामने स्थित दिग्धी तालाब में जल समाधि ले ली। बाबा रत्नेशानन्द ने गया के सभी तालाब को नई तकनीक से साफ-सफाई जीर्नोदार व सौन्दर्यीकरण करने एवं फल्गु नदी के अस्तित्व रक्षा के लिए जो गया जी के लोगो के लिए जिवनदायिनि हैं। एव विश्व के कोने-कोने से अपने पितरों के पिण्डदान के लिए गया जी आते है एक आस्था लेकर फल्गु नदी में पूर्वजों को तर्पण करने वैसे करोड़ो लोगो के आस्था का प्रतिक गया से पवित्र फल्गु नहीं आज गंदा एवं अतिक्रमण का शिकार हो गया है। जिसकी वजह से नदी सुख गई है ।उसे फिर से पहले जैसा जिवन्त पानी भरा करने के लिए बाबा ने अनिश्चित कालीन जल समाधी ली है। बिदित हो कि बिहार सरकार में वर्षों से फल्गु नदी मे बियर बाॅध की फईल धुल फाॅक रही है। कई गढबंधन की सरकार आई कई बर फाईल ज्यो की त्यों पड़ी हुई है। बाबा ने सरकार से माग किया है कि फल्गु नदी में बियर बाध व तालाबो को सफाई सौन्द्रयी करण जल्द कराया जाये। जल समाधि लगातार जारी रहेगी काम शुरू होने तक । इस परम उद्देश्य को सफल बनाने के लिए गया के इस भागीरथ रत्नेशानन्द बाबा के साथ समग्र साधु-संत समाज व गयावासी को सार्थक बनाने के लिए इनके आन्दोलन में भागीदार होेगें।