पटना : पिछले तीन दिनों से सेवा स्थायी करने की मांग को लेकर हड़ताल पर गए संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की सेवा समाप्त होगी. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन ने इस संबंध में पत्र जारी कर सभी डीएम और सिविल सर्जन को आदेश दिया है कि हड़ताली संविदा कर्मियों को सेवा से मुक्त कर उनकी जगह दूसरे कर्मियों की बहाली करें. सरकार की इस कार्रवाई के बाद संविदा स्वास्थ्य कर्मियों का सरकार के खिलाफ आक्रोश बढ गया है.
बुधवार को इस फैसले के विरोध में सभी ने सड़क पर उतर कर आंदोलन करने और आत्मदाह करने की चेतावनी दी. राज्य संविदा स्वास्थ्य संघ के सचिव ललन कुमार सिंह ने बताया कि विगत 4 दिसंबर से राज्यभर के 80 हजार संविदा स्वास्थ्य कर्मी जिनमें हेल्थ मैनेजर, आयुष चिकित्सक, कांट्रैक्ट एमबीबीएस चिकित्सक, पारामेडिकल कर्मी ,संजीवनी डाटा ऑपरेटर, डीसीएम, बीसीएम तक शामिल हैं ने स्वास्थ्य व्यवस्था को ठप्प कर दिया था. उन्होंने सरकार के इस फैसलेके विरोध में आंदोलन और तेज करने की चेतावनी दी.
इसके साथ-साथ ए ग्रेड की एएनएम पहले से ही हड़ताल पर हैं. सरकार और संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की लड़ाई में मरीजों की मुश्किलें और बढती जा रही है और पीएचसी ,एपीएचसी समेत बड़े अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवा प्रभावित है.