राज प्रताप सिंह,ब्यूरो लखनऊ
प्रदेश की लाइसेंसी शराब व बीयर की दुकानों व माडल शॉप की जियो टैगिंग करवायी जाएगी। शराब व बीयर के लाइसेंसियों और विक्रेताओं की नाजायज गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश लगाने के मकसद से आबकारी विभाग ने यह निर्णय लिया है।
जियो टैगिंग के जरिये जहां अवैध शराब की बिक्री पर नियंत्रण किया जा सकेगा, वहीं दूसरी ओर फील्ड स्तर के अधिकारियों व कर्मचारियों पर सख्त निगरानी रखी जा सकेगी। दुकानों का निरीक्षण करने वाले अधिकारियों द्वारा किये जा रहे निरीक्षण के कार्यों का सत्यापन भी किया जा सकेगा। इसके अलावा जियो टैगिंग हो जाने से मैप रीडिंग के माध्यम से आकस्मिक निरीक्षण के लिए विभाग के आला अफसर दुकानों तक आसानी से पहुंच सकेंगे, जिससे अवैध कार्यों में लिप्त लाइसेंसधारकों व विक्रेताओं की कार्य प्रणाली के विरुद्ध मौके पर ही कार्रवाई करने में सहूलियत होगी।
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चार सितंबर तक पूरा करें टैगिंग का काम
विभाग द्वारा एक कम्प्यूटर एप्लीकेशन विकसित करके सभी जिला आबकारी अधिकारियों को उपलब्ध कराया गया है। इसके साथ ही संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं कि अपने जिले की सभी दुकानों की जियो टैगिंग का कार्य चार सितम्बर तक अनिवार्य रूप से पूरा करें। सहायक आबकारी आयुक्त संजय यादव ने बताया कि प्रदेश के सभी जिलों के असेवित क्षेत्रों की जानकारी एक क्लिक पर प्राप्त की जा सकेगी। इसके साथ ही ऐसे क्षेत्रों में नई दुकानों के सृजन से जहां राजस्व की प्राप्ति होगी, वहीं दूसरी ओर अवैध मदिरा की बिक्री पर भी प्रभावी नियंत्रण हो सकेगा।