बता दें कि कॉन्वेंट और मिशनरी स्कूल-कॉलेजों में विदेशी भाषाएं सिखाने का ट्रेंड काफी समय से चल रहा है।
राज प्रताप सिंह,ब्यूरो लखनऊ
यूपी के सरकारी विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को अब विदेशी भाषाएं भी पढ़ाई जाएंगी।इसके लिए प्रदेश के 7 जिलों के 50 विद्यालयों का चयन कर लिया गया है।राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के अंतर्गत इन विद्यालयों में पढ़ने वाले कक्षा 9 और 10 के छात्र-छात्राओं को फ्रेंच, जापानी, स्पेनिश और जर्मन भाषा पढ़ाई जाएगी।बता दें कि कॉन्वेंट और मिशनरी स्कूल-कॉलेजों में विदेशी भाषाएं सिखाने का ट्रेंड काफी समय से चल रहा है।
लेकिन सरकारी स्कूल-कॉलेजों में ऐसा पहली बार होगा जब स्टूडेंट्स को विदेशी भाषाएं पढ़ाई जाएंगी।पहले साल इस योजना में कक्षा 9 के स्टूडेंट्स को शामिल किया गया है।प्रत्येक विदेशी भाषा के एक बैच में 25 स्टूडेंट्स होंगे।सभी चयनित कॉलेजों को निर्देश दिए गए हैं कि वह अपने यहां पढ़ाने के लिए चार में से कोई दो भाषाएं चुन लें।अगस्त से कॉलेजों में इसके बैच शुरू करने की तैयारी है।
लखनऊ के डीआईओएस डॉ मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि छात्रों को पढ़ाने के लिए 10 हजार रुपये मानदेय पर विभिन्न भाषाओं के इंस्ट्रक्टर रखे जाएंगे।छात्रों को पढ़ाने के लिए स्मार्ट क्लासेज का भी इस्तेमाल किया जाएगा।विभाग का मानना है कि विदेशी भाषाएं सीखने से जहां एक ओर प्रदेश के युवाओं अन्य देशों में उच्च शिक्षा के बेहतर अवसर मिलेंगे वहीं दूसरी ओर पर्यटन समेत विभिन्न क्षेत्रों और उद्योगों में रोजगार भी मिल सकेगा।