यूपी पुलिस के मुताबिक नागरिकता संशोधन कानून को लेकर हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद प्रदेशभर में अब कुल 327 एफआईआर दर्ज हुई हैं। हिंसा में किसी भी तरह से संलिप्त 1113 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
राज प्रताप सिंह
लखनऊ ब्यूरो।नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में बीते 19 दिसंबर को उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हुए उग्र प्रदर्शन के करीब एक हफ्ते बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं। कल यानी 27 दिसंबर को शुक्रवार है। जुमे की नमाज के बाद एक बार फिर हिंसात्मक विरोध प्रदर्शन की आशंका को लेकर शासन ने पूरे राज्य में सुरक्षा बढ़ा दी है। उत्तर पुलिस की नजर जुमे की नमाज में एकत्र होने वाली भीड़ पर है। इसको लेकर कई जिलों में अलर्ट जारी हो गया है। आगरा सहित आधा दर्जन कई जिलों में गुरुवार शाम सात बजे से शुक्रवार तक मोबाइल इंटरनेट बंद रखने के निर्देश जारी हुए हैं।
प्रदेश के सभी जिलों में सुरक्षाबलों को अलर्ट पर रखा गया है। डीजीपी मुख्यालय ने महोबा, लखनऊ, सम्भल व मुराबादाबाद में अलर्ट जारी किया है। सुरक्षाबलों को सभी महत्वपूर्ण मस्जिदों पर नजर रखने के साथ ही मौलाना व शहर काजी से संवाद स्थापित करने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही सभी संवेदनशील जगहों पर फुट पेट्रोलिंग और फ्लैग मार्च का आदेश दिया गया है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने नागरिकता काननू को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन में हिंसा करने वालों की पहचान शुरू कर दी है और उन्हें नोटिस भेज रही है। यूपी पुलिस के मुताबिक प्रदेशभर में अब कुल 327 एफआईआर दर्ज हुई हैं। हिंसा में किसी भी तरह से संलिप्त 1113 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
कुल 5558 लोगों के विरुद्ध सुरक्षात्मक कारणों से एक्शन लिया गया है। सीएए के हिंसक विरोध प्रदर्शन के दौरान उत्तर प्रदेश में अब तक कुल 19 लोगों की मौत हुई है, 288 पुलिस कर्मियों को चोट लगी है, जिनमें से 61 पुलिस वाले गोली लगने से घायल हुए हैं। यूपी पुलिस के मुताबिक प्रदेशभर में 124 लोगों को सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करने के मामले में गिरफ्तार किया गया है और इस संबंध में 93 एफआईआर दर्ज हुए हैं। कुल 19409 सोशल मीडिया पोस्ट पर अब तक एक्शन लिया गया है। जिनमें से 9372 मामले ट्विटर पोस्ट, 9856 मामले फेसबुक पोस्ट के हैं। पुलिस ने बताया कि अब तक कुल 181 यूट्यूब प्रोफाइलों को भी ब्लॉक किया जा चुका है।