दरभंगा : भाजपा के निलंबित सांसद कीर्ति झा आजाद ने मिर्जापुर स्थित एक रेस्टोरेंट में रविवार को पत्रकारों को संबोधित करते हुए कई सवाल उठाए। श्री आजाद ने कहा है कि अरुण जेटली अभी तक के सबसे अक्षम वित्तमंत्री हैं। एक वकील को कभी भी वित्त मंत्रालय का प्रभार नहीं सौंपना चाहिए। सरकार को तत्काल इन्हें पद से हटाना चाहिए। इनकी जगह किसी योग्य आदमी को वित्त विभाग का दायित्व सौंपा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन लोगों या संस्था ने मिलकर काला धन को सफेद किया है, ऐसे लोगों के खिलाफ प्रधानमंत्री क्या कारवाई करेगें, यह एक सांसद का प्रधानमंत्री से सवाल है। वित्त मंत्रालय और आरबीआई में कोई तालमेल नहीं हैं। इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। स्थिति यह है कि आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषाहार तक की राशि नहीं दी जा रही है। सभी योजनाएं ठप पड़ी हैं। एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि वित्तमंत्री अरुण जेटली की संपति की जांच होनी चाहिए। दो वर्ष के दरमियान उनकी संपत्ति में 144 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है। उन्होंने कहा कि डीडीसीए की जांच में अगर अरुण जेटली दोषी साबित नहीं हुए तो वे अपनी मूंछें मुड़वा लेंगे। उन्होंने कहा कि बैंकों की मिलीभगत से करोड़ों रुपये की हेड़ाफेड़ी हुई, इसका जवाब तो देना होगा।
श्री आजाद ने कहा कि पीएम का फैसला सही हैं, लेकिन नोटबंदी को सही ढ़ंग से देश में लागू नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि वित्तमंत्री की अक्षमता के कारण देश की ऐसी हालत बनी हैं। उन्होंने कहा कि इसके कारण बेरोजगारी बढ़ रही है, बाजार में सन्नाटा पसरा हुआ हैं।