झारखंड : राजधानी रांची पौराणिक नगरी चुटिया में भगवान शिव के भक्तों ने नंगे पांव दहकते अंगारों पर चलकर सदियों से चली आ रही भक्ति और परंपरा का निर्वहन किया। सात दिवसीय शिव मंडा पूजा महोत्सव में छठे दिन गुरुवार की सुबह से लेकर देर रात तक चुटिया में मेले और उत्सव सा माहौल रहा। अंगार पर चलने वाले भोक्ताओं को देखने के लिए चुटिया और रांची के आसपास के कई क्षेत्रों से लोग पहुंचे। शाम होते ही मंदिर में शिव भोक्ता 21 बार आपस में गले मिले, फिर लोटन सेवा का अनुष्ठान हुआ। अब बारी थी धुवंसी (लपराभंज्जा) की। इसमें शिव भोक्ताओं को एक झूले में उल्टा लटका दिया गया। नीचे एक हवन कुंड निर्मित था। उस पर धुवन डालते हैं, इससे आग की लपट्टे निकलती है और यही उनकी अग्नि परीक्षा होती है।
इस अनुष्ठान के बाद शिव भोक्ता दहकते अंगारों पर चलने को बेताब दिखे। मंदिर के पुजारी ने आग पर गंगा जल का छिड़काव कर मंत्र पढ़ा और भोक्ता नंगे पांव अंगारों पर चले। इस कार्यक्रम के बाद देर रात तक संगीतमय जागरण और छऊ नृत्य का आयोजन हुआ ।।
आज दिनांक 14 अप्रैल को जुलन का आयोजन किया जायेगा। जिसमे आप सभी धर्म प्रेमी बंधु सादर आमंत्रित है ।।
झूलन के साथ ही मण्डा पुजन का समापन होगा ।।