लखनऊ,ब्यूरो (राज प्रताप सिंह) : चारबाग और गोमतीनगर समेत देश के 4 सौ रेलवे स्टेशन को एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। प्लेटफार्म से लेकर यात्री सुविधाओं से जुड़ी सभी चीजों को आधुनिक बनाया जाएगा। रेल मंत्रालय ने इस प्रोजेक्ट को हरी झंडी दे दी है। इसके लिए रेल लैंड डेवलपमेंट अथारिटी और नेशल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कारपोरेशन(एनबीसीसी) के बीच समझौता हो चुका है। दिसम्बर में चारबाग व गोमतीनगर स्टेशनों पर काम भी शुरू हो जाएगा। खास बात ये है कि इन स्टेशनों का कार्मिशियल इस्तेमाल भी किया जाएगा।
रेल मंत्रालय देश के चार सौ रेलवे स्टेशनों का पुर्नविकास करने जा रहा है। इनमें लखनऊ का चारबाग व गोमतीनगर रेलवे स्टेशन भी शामिल है। स्टेशनों के पुर्नविकास में रेलवे करीब 5 हजार करोड़ रूपए खर्च करने जा रहा है। रेलवे इन स्टेशनों को एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित करेगा। इस योजना के तहत वेटिंग हाल, टिकट काउंटर, आधुनिक प्लेटफार्म, पानी और खाने की व्यवस्था बहुत ही उच्च श्रेणी की होगी। इसके लिए रेल लैंड डेवलपमेंट अथारिटी व एनबीसीसी के बीच समझौता भी हो चुका है।
स्टेशनों का होगा कार्मिशियल इस्तेमाल
रेलवे पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत इन स्टेशनों को विकसित करेगी। स्टेशनों पर बजट होटल, रेस्टोरेंट समेत मॉल स्तर की सुविधाएं दी जाएगी। जानकारों के अनुसार जो एजेंसी इन स्टेशनों को विकसित करेगी। उसे 45 साल स्टेशन का कार्मिशियल इस्तेमाल करने का हक दिया जाएगा। स्टेशन की जमीन से होने वाली आमदनी से ही पूरे प्रोजेक्ट का खर्च निकाला जाएगा। लखनऊ चारबाग व गोमतीनगर के साथ दिल्ली के कई स्टेशनों और मुम्बई के स्टेशनों को भी विकसित किया जाएगा।
सालों से अटका है गोमतीनगर स्टेशन का प्रोजेक्ट
गोमतीनगर रेलवे स्टेशन का काम पिछले 15 सालों से अटका हुआ है। रेल मंत्री से लेकर रेलवे बोर्ड अध्यक्ष तक स्टेशन का मुआयना कर चुके हैं लेकिन काम में तेजी नहीं आ पाई है। गोमतीनगर स्टेशन को मॉल की तर्ज पर डेवलप किया जाना है। इसमें मूवी थियेटर से लेकर होटल, रेस्टोरेंट समेत अन्य सुविधाएं भी दी जाना है। हालांकि रेलवे का कहना है कि गोमतीनगर स्टेशन विकसित करने के लिए टेंडर निकाले जा चुके हैं, जल्द ही काम भी शुरू हो जाएगा।