जालन्धर(राजीव धामी/अमन गुप्ता):जालंधर के प्रेस क्लब में एक प्रेस वार्ता के दौरान अमरजीत सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि साल 2009 में ललित सियाल की फाइनेंस कंपनी में बतौर पार्टनर बनने के लिए उसे 15 लाख रुपये दिये थे।
अमरजीत सिंह का कहना है कि उन्होंने ललित सियाल से अपने दिए पैसों की रसीदे जब भी मांगी तो ललित सियाल ने उन्हें हर बार कोई न कोई बहाना मार कर टाल मटोल करता रहा और उन्हें कोई रसीद नही दी, अमरजीत सिंह के मुताबिक साल 2012 में उनके बेटे की मौत हो गई जिसके बाद उनकी आर्थिक हालात खराब होनी शुरू हो गई जिसके बाद जब मैंने ललित सियाल से पैसे मांगे तो ललित सियाल ने मुझे अपनी पाँच दुकानों का कब्जा सेक्युटिरी के तौर पर दे दिया।
जिसका कब्ज़ा मेरे पास पिछले 20 सालों से है, इन दुकानों में मेरा काफी कीमती सामान भी पड़ा है, अमरजीत सिंह ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि 28 नवम्बर 2017 को इस संबंध में उन्होंने संबंधित थाने में लिखित शिकायत भी की थी, पुलिस में उनकी शिकायत के बावजूद 10 दिसम्बर 2017 को सुबह के वक्त ललित सयाल ने अपने साथियो के साथ मिलकर दुकान 31 व 32 पर मेरे ताले तोड़ कर अपने ताले लाग लिए, इसके बाद मैंने 10 दिसम्बर को फिर से शिकायत की इसके बाद मैंने 12 दिसम्बर को फिर से लिखित शिकायत थाना रामामंडी में की।
अमरजीत ने थाना रामामंडी के एएसआई बलविंदर सिंह पर आरोप लगया की पहले तो एएसआई ने उन्हें थाने में 12 बजे बुलाया जबकि एएसआई खुद एक घण्टे बाद आया फिर मुझे थाने में ललित सयाल के सामने धमकी भरे लहजे में कहा कि दुकानों की चाबियां अभी टेबल पर रख दो नही तो आपके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी जाएगी,मुझे थाने में बैठा कर ललित सयाल से मिलकर दुकानों के ताले तुड़वा दिए गए।
अमरजीत सिंह ने प्रशासन से इंसाफ की गुहार लगाई है।