रामकिशोर रावत
माल(लखनऊ) कीटनाशकों का अंधाधुंध प्रयोग और असुरक्षित पेयजल से लोगों की सेहत बिगाड़ रहा है।समय रहते सचेत न हुए तो भविष्य में स्थिति और ख़राब हो सकती है।यह जानकारी गढ़ी गांव में आयोजित आयुर्वेदिक चिकित्सा शिविर में डॉ शीलेन्द्र सिंह ने दी।शिविर का शुभारम्भ पराग दुग्ध संघ के चेयरमैन उमेश सिंह तोमर ने किया।शिविर में दो सौ तीस रोगियों का परिक्षण कर दवाओं का वितरण किया गया।शिविर में आर्थराइटिस,त्वचा संबंधी रोग,अस्थमा,पथरी रोगों से ग्रसित रोगी अधिक पाये गये।डॉ अनुभूति सिंह व डॉ शीलेंद्र सिंह ने बताया कि आम के बागों में असुरक्षित तरीके से कीटनाशक का छिड़काव और हवा में फ़ैल रहे रासायनिक यौगिकों के कारण अस्थमा और ह्रदय संबंधी बीमारियां बढ़ रही हैं।गांवो में किसान पीने के पानी की शुद्धता का भी ध्यान नहीं देते हैं।उन्होंने इस संबंध में जागरूक होने व तीव्र कीटनाशकों के संपर्क में आने से बचाव का सुझाव दिया।