रामकिशोर रावत
माल(लखनऊ) मुख्य विकास अधिकारी के प्रस्तावित निरीक्षण को लेकर जिम्मेदारों के हाथ पैर फूल रहे हैं।पांच पंचायतों की प्रगति रिपोर्ट आनन फानन तैयार हो रही है।मनरेगा के प्रस्तावित कार्यो की प्रगति भी तेज नहीं हो पा रही है।
सीडीओ इकतीस मई को मॉल विकास खंड के विकास कार्यो का निरीक्षण करेंगे।वह दो ग्राम पंचायतों का भौतिक सत्यापन करने के बाद ब्लाक मुख्यालय पर समीक्षा बैठक भी करेंगे।इस कार्यक्रम को लेकर ब्लाक में अफरा तफरी का आलम है।पांच पंचायतों की प्रगति की बुकलेट बनायीं जा रही हैं।कोई कमी सामने न आये इसलिए उन्हीं पंचायतों को चुना जा रहा जहाँ काम की गुणवत्ता पकड़ में न आये।क्षेत्र में मनरेगा योजना से चालीस तालाबो का जीर्णोद्वार होना है।दस मई से शुरू हुए कार्य में लेबर ढूंढें नहीं मिल रहे हैं।गोपालपुर पंचायत में अभी तक सबसे अधिक काम हुवा है।बाकी की स्थिति बेहद ख़राब है समय पर भुगतान न होने के कारण लेबरो का मनरेगा योजना से मोह भंग हो गया है।राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की स्थिति ठीक नहीं है।स्वछ भारत अभियान का नाम लेते ही तमाम जिम्मेदारों के चेहरे का रंग उतर जाता है।बड़े पैमाने पर गंभीर अनियमिततायें होने के चक्कर में ही दो पंचायत सचिव सस्पेंड हो चुके हैं।अब सीडीओ के आने की खबर से सभी की नींद उड़ा रखी है।देखना होगा कि सीडीओ कमियां पकड़ पाते हैं या यहाँ भी झूठ की झप्पी काम आ जायेगी।