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बिहार :: कुख्यात संतोष झा का शार्प शूटर अभिषेक झा की हत्या, दिनदहाड़े कोर्ट परिसर में हुई अंधाधुंध फायरिंग

डेस्क : मोतिहारी के ढाका एसडीजेएम कोर्ट में पेशी के लिये लाया गया कुख्यात संतोष झा का शार्प शूटर अभिषेक झा भागने की फिराक में अपने साथियों की गोली से ही मारा गया। वह पुलिस कस्टडी से भागने की फिराक में था लेकिन साथियों की गोली का शिकार हो गया। वारदात सोमवार को दिन के लगभग साढ़े बारह बजे की है। कुख्यात अभिषेक शिवहर के श्यामपुर भटहां थाने के डुमरी का था। पूर्वी चंपारण के ढाका फुलवरिया घाट पर पुल बना रही कम्पनी से रंगदारी मामले में उसकी ढाका कोर्ट में पेशी थी।  अभिषेक फिलहाल शिवहर मंडल कारा में दरभंगा के दो इंजीनियरों की हत्या में उम्रकैद की सजा काट रहा था। शिवहर उसे मुजफ्फरपुर सेंट्रल जेल ले जाया गया। वहां से रंगदारी मामले की पेशी के लिए उसे पिछले 7 जून को मोतिहारी सेंट्रल जेल लाया गया था।

पुलिस के अनुसार, मोतिहारी केन्द्रीय कारा से ढाका कोर्ट में पेशी के लिए आने के बाद अभिषेक ने शौच का बहाना किया। शौच के बाद अभिषेक जब बाहर आया तो कचहरी के मेन गेट पर हथकड़ी पकड़े हवलदार वशिष्ठ मुनि तिवारी की आंख में उसने मिर्ची पाउडर झोंक दी। इसके बाद हथकड़ी छुड़ाने की कोशिश करने लगा। तभी अभिषेक के दो साथी भी वहां पहुंच गए और उसको पुलिस की गिरफ्त से छुड़ाने का प्रयास करने लगे। इसके बावजूद हवलदार ने जब हथकड़ी नहीं छोड़ी तो साथियों ने उस पर गोली चला दी। छीना-झपटी के चलते संयोगवश गोली हवलदार की जगह अभिषेक के पेट में लग गई। गोली लगते ही कैदी अभिषेक जमीन पर गिर गया।  तब अभिषेक के साथियों ने वहां मौजूद एक अन्य सिपाही देवेन्द्र सिंह के सिर पर पिस्तौल की बट से वार किया। सिपाही का सिर फट गया। इस बीच अभिषेक को गोली लगने के बाद जमीन पर छटपटाते देख उसको भगाने आए दोनों साथी घबरा गए। उनको पकड़ने के लिए अन्य सिपाही जब तक मोर्चा संभालते दोनों भागने लगे। इस दौरान उनकी पिस्टल नीचे गिर पड़ी। कैदी के साथी पैदल भागकर प्रखंड गेट तक गये और वहां से पहले से लगी बिना नम्बर की बाइक से चढ़कर फरार हो गए। पुलिस ने कैदी को मोतिहारी सदर अस्पताल भेजा, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो चुकी थी। पुलिस ने घटनास्थल से पिस्टल, तीन खोखे व तीन कारतूस बरामद किये हैं।

इन कांडों में था आरोपित कुख्यात अभिषेक
शार्प शूटर अभिषेक झा के खिलाफ अलग-अलग थानों में आधा दर्जन से ऊपर मामले दर्ज हैं। 26 दिसम्बर 2015 को दरभंगा के बहेड़ी में निर्माण कंपनी के इंजीनियर मुकेश और ब्रजेश की हत्या में वह शामिल था। ढाका के फुलवरिया घाट पर निर्माण करा रहे आरके गर्ग से 20 लाख रंगदारी, शिवहर में एक इंजीनियर से 20 लाख रंगदारी और शिवहर सदर अस्पताल से पुलिस कस्टडी से कुख्यात मुकेश पाठक को छुड़ाने के मामले में भी अभिषेक झा आरोपित था। यहां बता दें कि कुख्यात संतोष झा और मुकेश पाठक ही दरभंगा में हुए दोहरे इंजीनियर हत्याकांड के मास्टरमाइंड था। अभिषेक संतोष झा गैंग में शार्प शूटर था। इसके अलावा अभिषेक पर रंगदारी मांगने के चार मामले भी दर्ज थे।

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